सोहना/गुरुग्रामःलॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. काम धंधा बंद होने की वजह से दिहाड़ी मजदूरी कर पेट भरने वाले मजदूरों के सामने आर्थिक संकट आन खड़ा है. जिसके चलते ये मजदूर अपने गृह राज्य के लिए पलायन करने को मजबूर हो गए हैं. लेकिन इस दौरान सोहना में कुछ ऐसे मजदूर भी फंसे हैं जो ना तो पैदल जा पा रहे हैं और ना ही प्रशासन द्वारा उन्हें उनके घर पहुंचाया जा रहा है.
'नहीं मिली प्रशासनिक मदद'
सोहना में भूख प्यास से ग्रस्त मजदुरों का जब सब्र का बांध टूट गया तो ये सारे मजदूर सोहना एसडीएम कार्यालय पहुंच गए. इस दौरान इन लोगों ने एसडीएम से मदद की गुहार लगाई. प्रवासी मजदूरों का आरोप है कि वो लगातार पांच दिनों से कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं लेकिन इनकी कोई सुनवाई नहीं करता. हर बार अधिकारियों द्वारा बस आश्वासन देकर घर भेज दिया जाता है.
'बच्चों के दूध के भी पैसे नहीं'