गुरुग्राम पुलिस ने हनी ट्रैप रैकेट चलाने वाली मल्टीनेशनल कंपनी की एडवाइजर और एक निजी एनजीओ के संचलाक को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी ऑनलाइन डेटिंग ऐप बंबल के जरिए लोगों से दोस्ती करते थे और पार्टी करने का झांसा देकर पीड़ितों को होटल में लेकर जाते थे. जिसके बाद ये पीड़ितों को शराब पिलाते थे और बाद में रेप की झूठी शिकायत पुलिस को देते थे. जिसके बाद ये सारा ठगी का खेल शुरू होता था.
पुलिस ने बताया कि 30 मई को एक महिला ने पुलिस को रेप की शिकायत दी थी. महिला ने बताया कि वो लिखित में शिकायत नहीं दे सकती. उसको कोई बहुत जरूरी काम है, इसलिए उसे जल्दी जाना पड़ेगा. पुलिस ने उसे दोबारा पुलिस स्टेशन बुलाया. लेकिन महिला पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज कराने नहीं आई. इसके बाद एक युवक पुलिस स्टेशन में आया और उसने बताया कि जब से महिला ने उसकी शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई है. तब से वो उस युवक से पैसों की डिमांड कर रही है.
ऐसे हुआ भंडाफोड़: युवक ने पुलिस को बताया कि ये लोग उसे जबरदस्ती झूठे केस में फंसाना चाहते हैं और उससे पैसे ऐंठना चाहते हैं. ये एक गिरोह है, जो लोगों से पैसे हड़पने का काम करता है. इस शिकायत पर पुलिस ने तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की. इन लोगों के बारे में जांच की गई, तो पता चला कि फरुखनगर थाना क्षेत्र में भी इसी आरोपी महिला ने दो शिकायतें दी है. उन शिकायतों पर मामला दर्ज हो चुका है. इसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए टीमों का गठन किया.
ऐसे बनाते थे लोगों को निशाना: पुलिस ने बताया कि जिसने इन आरोपियों के बारे में शिकायत दी है, उससे 2.50 लाख रुपये की डिमांड की. आरोपी महिला के साथ आरोपी युवक ने शिकायतकर्ता से ये डिमांड की थी. जिसके बाद मामला 2 लाख रुपये में सेटल हुआ. आरोपी महिला जिसको अपना भाई बताती है, उसी भाई ने शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपये कमीशन के तौर पर लिए. जिसके बाद 1.50 लाख रुपये लड़की के नाम के भी लिए. 50 हजार रुपये शिकायतकर्ता के पास थे, जो उसे दे दिए. जिसके कुछ देर बाद 1.50 लाख रुपये देने के बाद में तय हुआ. पैसे कहां देने हैं उसके लिए भी जगह तय की गई. वहीं, शिकायतकर्ता ने इन सारी बातों की रिकॉर्डिंग कर ली. रिकॉर्डिंग में साफ तौर पर सुनाई देता है कि इन लोगों ने जानबूझकर ये सारी साजिश रची. पैसे के लिए शिकायतकर्ता को परेशान किया.
दोनों आरोपी गिरफ्तार: पुलिस को इस बात की जैसे ही सूचना मिली तो, पुलिस ने टीम गठित कर दी. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए मौके से आरोपी युवक को पैसे लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया. उसके पास से शिकायतकर्ता के दिए हुए 50 हजार रुपये भी बरामद किए गए. पुलिस ने बताया कि पैसे लेने के बाद आरोपियों की प्लानिंग थी कि जैसे ही इनको पैसे मिल जाएंगे. वैसे ही आरोपी महिला पुलिस थाने में राजीनामा लिखाकर आएगी. जिसके बाद आरोपी युवक महिला को फोन नहीं कर पाया और महिला पुलिस थाने के नजदीक से भागकर अपने ठिकाने पर चली गई. जिसके बाद पुलिस ने एक टीम आरोपी महिला के पीछे लगा दी और कुछ ही समय में उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया.