गुरुग्राम: 7 फरवरी को हुई बारिश के साथ ओलावृष्टि कारण हरियाणा में गुरुग्राम जिला में सबसे ज्यादा फसल बर्बाद हुई है. खबर है कि गुरुग्राम के किसानों की 80 फीसदी फसल ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हो गई है. जिसमें पटौदी ब्लॉक में सबसे ज्यादा नुक्सान हुआ है.
पिछले सप्ताह आई तेज बारिश और ओलावृष्टि के कारण हरियाणा में किसानों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है. जिले के सभी चारों खंड में ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुक्सान हुआ है. पटौदी और फर्रुखनगर इलाके में तो सब्जियों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई.
बता दें कि पटौदी इलाके में ही सबसे ज्यादा किसान सब्जियों की फसल लगाते है. अधिकांश गुरुग्राम की मंडी में यही से सब्जियां सप्लाई होती है, लेकिन ओलावृष्टि के कारण किसानों की सब्जियों की फसल खराब हो गई.
ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल जानकारी के मुताबिक, गुरुग्राम में चार ब्लॉक बनाए हुए है. जिसमें गुरुग्राम ब्लाक में इस ओलावृष्टि से 30 से 40 फीसदी नुक्सान हुआ है. वहीं सोहना में भी लगभग 40 फीसदी फसल बर्बाद हुई है. वहीं फर्रुखनगर और पटौदी में करीब 70 से 80 फीसदी सब्जियों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हुई है. ओलावृष्टि के कारण गाजर, आलू, बेर, फूल गोभी, पत्ता गोभी, मटर और मिर्च सबसे ज्यादा नुक्सान है.
जिला उधान अधिकारी के मुताबिक इस नुक्सान का आंकलन करके हार्टिकल्चर विभाग की तरफ से सरकार को लिस्ट भेज दी है. जिसके आधार पर जल्द ही किसानों को मुआवजा दिया जायेगा.
पंचायत में हुई मुआवजे की मांग
बता दें कि गुरुग्राम में ओलोवृष्टि को लेकर भी किसानों ने पंचायत की थी. किसानों ने मांग की थी कि सरकार उन्हें मुआवजा दे. हालांकि इससे पहले ही विभाग की तरफ से इसकी लिस्ट तैयार कर ली गई है. वहीं किसानों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही उनको इसका मुआवजा दिया जायेगा. इस पूरे नुक्सान को लेकर सरकार काफी संजिदा है और अधिकारियों के मुताबिक किसानों को जल्द ही इसका मुआवजा दिया जाएगा.