गुरुग्राम:साइबर फ्रॉड आजकल ठगी के नए-नए पैंतरे अपना रहे हैं. गुरुग्राम साइबर पुलिस की टीम ने एक साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है. अमेजॉन, फ्लिपकार्ट जैसे दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनियों से डिलीवरी के बहाने धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गुरुग्राम साइबर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी ई-कॉमर्स कंपनियों से डिलीवरी के नाम पर व्हाट्सएप एप्लीकेशन का लॉगिन पासवर्ड लेकर धोखाधड़ी करते थे.
धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपी बिहार से गिरफ्तार: जानकारी के अनुसार गुरुग्राम पुलिस को साइबर क्राइम थाने में अंकित त्यागी नामक एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी. व्हाट्सएप अकाउंट हैक करके आरोपियों ने 50,000 रुपये की ठगी की थी. शिकायत पर प्रोग्राम साइबर पुलिस ने साइबर थाने में आईपीसी की धारा 66, 66D आईटी एक्ट और 419, 420, 204, 120B के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए व्हाट्सएप हैक कर ठगी करने वाले 3 आरोपियों को बिहार से गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान मोहम्मद रिजवान (उम्र 24 वर्ष) निवासी अमारी गांव जिला नालंदा (बिहार), शहाबुद्दीन (उम्र 35 वर्ष) अस्थाना गांव जिला शेखपुरा (बिहार) और मोहम्मद मोज्जमील बीघा गांव, जिला शेखपुरा (बिहार) के रूप में हुई है.
Gurugram Cyber Crime: ई-कॉमर्स कंपनियों से डिलीवरी के नाम पर फ्रॉड, 3 आरोपी बिहार से गिरफ्तार, सावधान कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती - Fraud in the name of e commerce companies
Gurugram Cyber Crime ई-कॉमर्स कंपनियों से डिलीवरी के बहाने धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गुरुग्राम साइबर पुलिस ने बिहार से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साइबर क्राइम की टीम आरोपियों से पूछताछ में जुटी है. (Gurugram Cyber Police Fraud in the name of e-commerce companies)
Published : Oct 8, 2023, 7:12 AM IST
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने किए खुलासे: आरोपियों से पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी अमेजॉन, फ्लिपकार्ट के कस्टमर अधिकारी बनकर लोगों के पास फोन करते हैं और ऑनलाइन डिलीवरी के नाम पर उनसे उनके व्हाट्सएप के अकाउंट का ओटीपी लेकर उनके मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप अकाउंट को एक्सेस करते हैं. उस व्हाट्सएप अकाउंट पर उसी व्यक्ति की प्रोफाइल फोटो लगाकर उनके जानकारों से पैसे मांगते हैं. इस तरह से आरोपी ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं.
आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि आरोपी मोहम्मद रिजवान और शहाबुद्दीन लोगों के पास फोन करके ओटीपी के माध्यम से उनका व्हाट्सएप अकाउंट लॉगिन करते हैं. आरोपी मोहमद मोज्जमील इन दोनों द्वारा ठगी गई राशि को बैंक खाते में ट्रांसफर करने के लिए बैंक खाता उपलब्ध करवाता है. आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग किए गए 7 मोबाइल फोन और 8 डेबिट कार्ड बरामद किए गए हैं. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है. - साइबर क्राइम थाना जांच अधिकारी