गुरुग्राम:हरियाणा के गुरुग्राम में बीती शाम एक बहुमंजिला इमारत की छत गिरने से बड़ा हादसा हो गया था. सेक्टर-109 में गुरुवार की देर शाम को चिंतल्स पैराडाइसो हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की एक के बाद एक 7 फ्लोर की छतें ढह गईं. वहीं इस हादसे को लेकर डेवलपर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है. सोसाइटी के डी टावर में गुरुवार शाम करीब 5 बजे सातवें फ्लोर पर निर्माण कार्य चल रहा था. इसी दौरान उसकी छत ढह गई और उसके बाद एक के बाद एक फर्स्ट फ्लोर तक इमारत ढह गई.
एक रेलवे अधिकारी समेत दो परिवार मलबे की चपेट में आ गए. हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए. गुरुवार शाम से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया था. पहली मंजिल पर मलबे के बीच इंडियन रेलवे सर्विस के अधिकारी अरुण कुमार श्रीवास्तव नाम के शख्स कुछ इस तरह फंसे थे कि उन्हें निकालना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया था. उनके पांव का पंजा मलबे में दबा हुआ था, वो जरा भी हिलडुल नहीं पा रहे थे. वहां से दीवार को काटकर या तोड़कर उन्हें निकालना कितना जोखिम भरा काम था.
केंद्रीय मंत्री अस्पताल पहुंचे- इस बीच एक सुझाव यह आया कि श्रीवास्तव के पांव को काटकर उन्हें बाहर निकाल दिया जाए, लेकिन सिविल सर्जन की टीम को इस पहलू पर विचार करने के लिए कहा. जिस पर टीम ने पांव काटना मुनासिब नहीं समझा. फिर उपायुक्त ने निर्णय लिया कि जितना मलबा हटाया जा सकता है उसे हटाया जाए. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने श्रीवास्तव को आईवी फल्यूड और सेडिशन की दवाएं देकर रखीं ताकि उन्हें दर्द महसूस ना हो. जिसके बाद अरुण श्रीवास्तव को सकुशल बाहर निकाला गया. अरुण श्रीवास्तव को गुरुग्राम के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे उनसे अस्पताल में मिलने पहुंचे. जहां उन्होंने डॉक्टरों से उनका हालचाल भी जाना.
केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे घायल अधिकारी से मिलने अस्पताल में पहुंचे ये भी पढ़ें-गुरुग्राम हाउसिंग कॉम्पलेक्स हादसा: मलबे में दबे आईएएस ऑफिसर को किया गया रेस्क्यू, हॉस्पिटल में कराया गया एडमिट
आंखों के सामने पत्नी ने दम तोड़ा- बचाव दल ने अरुण कुमार श्रीवास्तव को तो बचा लिया, लेकिन इस मामले का दर्दनाक पहलू ये रहा कि उनकी पत्नी की इस हादसे में मौत हो गई. उससे भी तकलीफदेह बात ये है कि जहां अरुण फंसे हुए थे, वहीं बगल में उनकी पत्नी की लाश मलबे में दबी पड़ी थी. उनकी आंखों के सामने ही पत्नी ने दम तोड़ दिया, वो असहाय पड़े रहे. उनकी पत्नी सुनीता श्रीवास्तव का शव शुक्रवार को निकाला जा सका है. एक अन्य महिला का शव गुरुवार को मृत अवस्था में निकाला गया था, जिनका नाम एकता भारद्वाज बताया गया.
इस पूरे मामले को लेकर डीसी निशांत यादव ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमने स्थानीय अधिकारियों से घटना के बारे में पूछताछ की. विस्तृत जांच के लिए हमने एक समिति गठित की है जिसकी अध्यक्षता गुरुग्राम के अतिरिक्त जिलाधिकारी करेंगे और उन्हें एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. डीसी निशांत यादव ने बताया था कि 18 फ्लोर की बिल्डिंग थी. 12 फ्लोर सुरक्षित हैं, जो 6 फ्लोर हैं, उनमें से एक पार्टिकुलर सेक्शन के बीच में जो डायनिंग एरिया है, वह 6 फ्लोर से लेकर के पहले फ्लोर तक गिर गया है. हर एक फ्लोर पर बाकी सारे रूम सेफ हैं.
ये भी पढ़ें-गुरुग्राम में चिंटल पैराडिसो हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की छत गिरी, दो की मौत
मामले में केस दर्ज और जांच कमेटी गठित- हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को बताया कि गुरुग्राम इमारत ढहने के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. दो डीएसपी इस मामले की जांच करेंगे और जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा. कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. वहीं अधिकारियों ने बताया कि एकता भारद्वाज की गत रात मौत हो गई, जबकि सुनीता श्रीवास्तव का शव शुक्रवार को निकाला गया. घटनास्थल पर बचाव अभियान अभी चल रहा है. एकता भारद्वाज के पति राजेश भारद्वाज की शिकायत पर बिल्डर और निर्माण ठेकेदार पर मामला दर्ज किया गया है.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP