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साल 2019 में रही ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी, कितनों का छिना निवाला? रिपोर्ट - घाटे में गुरुग्राम ऑटोमोबाइल सेक्टर

साल 2019 ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए सकंट भरा रहा. जिसका कारण आर्थिक मंदी बताया जा रहा है. पिछले साल की तुलना में ऑटोमोबाइल सेक्टर में हर तरह की गाड़ियों की बिक्री घटी है.साथ ही ऑटो कंपनियों का प्रोडक्शन भी घटा है जिसकी वजह से कई कंपनियों के बंद होने चर्चाएं भी रही हैं.

gurugram and faridabad automobile sector slowdown
gurugram and faridabad automobile sector slowdown

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Published : Dec 28, 2019, 5:39 PM IST

गुरुग्राम/फरीदाबाद: ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए 2019 काफी खराब रहा है. दरअसल, इस साल गाड़ियों की बिक्री में जहां एक ओर लगातार गिरावट दर्ज की गई है. वहीं सैकड़ों शोरूमों के बंद होने के साथ ही लाखों नौकरियों के जाने की भी हर तरफ चर्चा रही. इसके अलावा सुरक्षा मानकों के कड़ा करने की वजह से भी कई कारें मार्केट से बाहर हो गईं. साल 2019 में ऑटोमोबाइल सेक्टर में कारों की बिक्री में गिरावट देखने को मिली है.

ऑटो सेक्टर में गईं 10 लाख नौकरियां
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स ने अगस्त 2019 में ऑटो सेक्टर में 10 लाख नौकरियां जाने की आशंका जताई थी. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ने भी मई 2019 से जुलाई 2019 के दौरान खुदरा विक्रेताओं द्वारा करीब 2 लाख कर्मचारियों की छंटनी का दावा किया था. FADA के मुताबिक पिछले 2 साल में देश में 300 के आस-पास शोरूम बंद हो चुके हैं.

साल 2019 में रही ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी, देखें वीडियो

घरेलू कारों की बिक्री भी 19 साल में सबसे कम रही
नवंबर के दौरान पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री में 0.84 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. दोपहिया वाहनों की बिक्री में 14.27 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. कुल वाहनों की बिक्री में 12 फीसदी से ज़्यादा की गिरावट दर्ज की गई है. जानकारों का कहना है कि गाड़ियों के ऊपर GST ज्यादा होने से बिक्री में गिरावट देखी जा रही है.

लोगों को नए इंजन का इंतजार
कंपनियों को 1 अप्रैल 2020 तक वाहनों में BS-6 इंजन लगाना अनिवार्य होगा. फिलहाल कंपनियां BS-4 इंजन लगा रही हैं. बता दें कि BS-6 से डीजल वाहनों से 68 फीसदी और पेट्रोल वाहनों से 25 फीसदी नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा. यही वजह है कि लोग BS-6 वाली गाड़ियों का इंतजार कर रहे हैं, जिसकी वजह से भी मांग में कमी देखने को मिल रही है.

इन गाड़ियों के लिए खराब रहा 2019
2019 जहां कुछ कारों के लिए बेहद शानदार रहा वहीं कुछ कारों के लिए खराब भी रहा. मारूति सुजूकी ने अपनी जिप्सी को बंद कर दिया. बता दें कि जिप्सी का निर्माण 1985 से लेकर 2019 तक चला. कंपनी ने मांग में कमी को देखते हुए यह फैसला लिया. वहीं सेफ्टी फीचर्स को अपग्रेड नहीं हो पाने की वजह से मारूति ने ओमनी का उत्पादन भी बंद कर दिया. हुंडई ने अपनी इऑन में सेफ्टी फीचर्स अपग्रेड करने में असमर्थ रहने पर उसे बंद करने का फैसला लिया. वहीं महिंद्रा ने जायलो, फिएट ने पुंटो और लीनिआ को मार्केट से बाहर का रास्ता दिखा दिया.

गुरुग्राम की कंपनियों में मंदी का असर

दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम की मारुति कंपनी से करीब 600 कर्मचारीयों को निकाल दिया है. ये सब ऑटो मोबाइल कंपनी में आई मंदी के चलते हुआ था. कंपनी में मंदी के चलते प्रोडक्शन भी कम हो रहा और यही नहीं मंदी के चलते लोडिंग होने वाले ट्राले पर भी इसका असर खासा असर देखने को मिला था, जिससे उनके ड्राईवर भी परेशान हो गए थे.

कंपनियों में घटा प्रोडक्शन

गुरुग्राम के मारुति प्लांट नें 600 परिवार से उसकी गुजर बसर करने वाली कमाई छीन ली थी. कंपनी में पहले करीब हर रोज 6000 गाडियांं बनती थी लेकिन मंदी के चलते करीब 4500 गाडियां ही कंपनी बना रही है और जितनी गाडियाँ कंपनी बना रही है उतनी गाडियां भी बाहर मार्केट में नहीं बिक रही हैं. लिहाजा कंपनी में हजारों की संख्या में गाडियां खड़ी है. इसी लिए कंपनी नें घाटे की बात कहकर 600 कर्मचारीयों को कंपनी से निकाल दिया था.

गाड़ियों पर जीएसटी का असर

मार्केट में डाउनफॉल का असर दिखा. 20 से 25 प्रतिशत का डाउनफॉल इस बार मार्केट में रहा. सभी वाहनों में गिरावट आई. इस सबकी वजह जीएसटी और लोन प्रतिशत में बढ़ोतरी बताई जा रही है. सरकार की ओर से 1200 cc की गाड़ी से नीचे 28 प्रतिशत है और 1200cc इंजन से बड़ी गाड़ी पर 40 प्रतिशत जीएसटी लगाया हुआ है. जिसके चलते भी ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री में डाउन फाल आया है. इसके साथ-साथ पहले गाड़ियों पर लोन आसानी से मिल जया करता था लेकिन अब सरकार नें इस पर भी ज्यादा कागजी कार्यवाही कर दी है.

मारूती कंपनी में सटडाउन

यही नहीं इसके कुछ महीने बाद मारुति कंपनी ने 2 दिन का शट डाउन भी किया था, जिसके चलते 2 दिन कंपनी के मानेसर स्थित प्लांट में किसी भी तरह का कोई प्रोडक्शन नहीं किया गया जो साफ-साफ दर्शाता है कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री बेहद मंदी के दौर से गुजर रही है.

होंडा ने निकाले 25 सौ कर्मचारी

दिल्ली से सटे साइबरसिटी गुरुग्राम के आईएमटी मानेसर में होंडा कंपनी के प्लांट से करीब ढाई हजार कर्मचारियों को बाहर कर दिया था. आर्थिक मंदी के चलते इनको बाहर निकाला गया था. वहीं सभी कर्मचारी 10 साल से ज्यादा समय से होंडा की इस प्लांट में काम कर रहे थें लेकिन कंपनी ने आर्थिक मंदी का बहाना बना इनको बाहर निकाल दिया था.

घाटे में स्मॉल स्पेयर पार्ट्स कंपनी

होंडा और मारुति जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियां गुरुग्राम में होने के चलते गुरुग्राम में कहीं छोटी कंपनियां भी हैं, जो बाइक और गाड़ियों के पुर्जे बनाने का काम करती हैं लेकिन ये सभी कंपनियां बड़ी-बड़ी होंडा और मारुति जैसी कंपनियों पर निर्भर रहती हैं और अगर मारुति और होंडा में प्रोडक्शन कम होता है तो उसका सीधा सीधा असर स्पेयर पार्ट्स वाली कंपनियों पर भी पड़ता है ऐसे में साइबर सिटी गुरुग्राम में ऑटोमोबाइल सेक्टर की मंदी की मार काफी देखने को मिल रही है.

2019 में इन गाड़ियों की बिक्री शानदार

  • दक्षिण कोरिया की Kia Motors सिर्फ इस एक गाड़ी की वजह से भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली SUV बन गई है. कंपनी ने ऑटो सेक्टर में चौथा स्थान हासिल कर लिया है. इस कार की शुरुआती कीमत 9.69 लाख रुपये से 16.99 लाख रुपये तक है.
  • देश की पहली इंटरनेट कार MG Hector SUV को कार लवर्स ने काफी पसंद किया. इंटरनेट कार होने की वजह से इस कार के अंदर 100 से भी ज्यादा कनेक्टिविटी फीचर्स दिए हैं. बता दें कि 27 जून 2019 को MG Motor ने Hector को लॉन्च किया था. इस कार की कीमत 12.48 लाख रुपये से 17.28 लाख रुपये के बीच है.
  • Hyundai की सब-4 मीटर SUV Hyundai Venue ने मार्केट में आते ही तहलका मचा दिया. 21 मई 2019 को Hyundai Venue भारत में लॉन्च हुई थी. हुंडई वैन्यू की कीमत 6.50 लाख रुपये से 11.11 लाख रुपये तक है.
  • मारूति सुजूकी ने मारुति सुजुकी वैगन आर का नया मॉडल 23 जनवरी 2019 को लॉन्च किया था. बता दें कि मारूति की यह कार देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में शीर्ष पर है. कंपनी के इस कार कीमत 4.34 लाख रुपये से 5.91 लाख रुपये तक है.
  • भारत में Maruti Suzuki S-Presso 30 सितंबर 2019 को लॉन्च की गई थी. मारूति की नई S-Presso में 1.0 लीटर का BS6 पेट्रोल इंजन लगा हुआ है. इस कार की कीमत 3.69 लाख रुपये से 4.91 लाख रुपये तक है.
  • रेनो ने अपनी सब-4 मीटर MPV कार Triber को 2019 में लॉन्च किया था. अगस्त में लॉन्च होने के बाद से अब तक ट्राइबर की 18 हजार से यूनिट की बिक्री हो चुकी है. इस कार की कीमत 4.95 लाख रुपये से 6.63 लाख रुपये तक है.
  • टाटा मोटर्स ने इस SUV को 23 जनवरी 2019 को लॉन्च किया था. इसकी कीमत 12,99,755 रुपये से 16.25 लाख रुपये तक है.

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