गुरुग्राम: साइबर सिटी में एक बार फिर निर्माणाधीन फ्लाईओवर का हिस्सा गिरने से बड़ा हादसा हो गया. ये हादसा सुबह तकरीबन 7:30 बजे हुआ जिसमें अभी तक तीन मजदूर घायल हुए हैं जिनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जब ये फ्लाईओवर का कुछ हिस्सा गिरा तो बहुत तेज आवाज हुई जिससे सभी लोग डर गए थे.
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लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि गुरुग्राम में फ्लाईओवर के गिरने का ये कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि इससे पहले 17 दिसंबर 2018 को पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके बाद 18 जुलाई 2019 को प्लास्टर का एक टुकड़ा पुल के नीचे जा गिरा, इसके बाद 15 सितंबर 2019 को एक बार फिर पुल क्षतिग्रस्त हो गया.
गुरुग्राम: 4 साल में गिरे 4 फ्लाईओवर, ये है बड़ी लापरवाही तो वहीं 28 अगस्त 2020 को देर रात सोहना रोड पर बन रहे एलिवेटेड फ्लाईओवर की स्लैब गिरने से हड़कंप मच गया था इतनी बार हादसे होने के बावजूद सरकार के आला अधिकारी आंखें मूंदे बैठे है.
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ऐसे हादसों के बाद अक्सर जांच की जाती है तो आरोप लगते है कि फ्लाईओवर बनाने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है लेकिन अंत में कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती. बता दें कि इसी महीने 4 मार्च को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह इस फ्लाईओवर के निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुुंचे थे और अधिकारियों को काम में तेजी लाने के लिए कहा था.
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लेकिन ये किसी को अंदाजा नहीं था कि अधिकारी काम में इतनी तेजी लाएंगे की फ्लाईओवर ही गिर जाएगा. ये तो शुक्र मानिए की छुट्टी का दिन है और सबह के वक्त यहां लोगों की भीड़ नहीं गुजर रही थी, वरना बहुत बड़ा हादसा हो सकता था.
वहीं मौके पर पहुंचे डीसीपी दीपक सहारण ने बताया कि राहत और बचाव कर्मियों की टीम मौके पर मौजूद है और फ्लाईओवर के गिरे हिस्से को हटाने की कवायद की जा रही है, जिसके बाद साफ हो पाएगा कि फ्लाईओवर के हिस्से के नीचे कोई और मजदूर तो नहीं था.