गुरुग्राम: सोहना के बस स्टैंड और अनाज मंडी में सरसों खरीद केंद्र बनाए गए है. एक दिन में मात्र 30 किसानों को ही सरसों की फसल लाने के लिए रोस्टर बनाया गया है. लेकिन जो किसान बुलाये जाते है उनके अलावा कस्बे और आसपास के लोग अनाज मंडी में जमा हो रहे हैं. जिससे सोशल डिस्टेंटिंग का पालन नहीं हो पा रहा है.
वहीं किसानों ने बताया कि सरसों खरीद करने वाली एजेंसियां सरसों में नमी बताकर उनको वापस भेज रही है. उन्होंने कहा कि एजेंसियां सरसों की खरीद नहीं कर रही है. जिससे उन्हें सरसों बेचने में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
सरसों की फसल बेचने में किसानों को हो रही दिक्कत किसानों ने बताया कि एजेंसियां समय पर उन्हें सूचना नहीं दे रही हैं. जिसके चलते उन्हें सरसों सुखाने का मौका ही नहीं मिल पा रहा है. किसानों ने बताया कि सुबह उन्हें पता चला कि सरसों बिक्री के लिए उनका नंबर आया है. आनन फानन में सरसों को कटवाकर उसे ट्रैक्टर में लोड कर मंडी पहुंचाया गया. यहां आकर बताया जा रहा है कि आपकी सरसों की फसल की खरीद नहीं की जाएगी क्योंकी इसमें नमीं है. इस तरह से मंडियों में किसानों को परेशान किया जा रहा है.
वहीं इस संबंध में मार्केट कमेटी के सचिव नरेश कुमार ने कहा कि किसानों की सरसों में नमी है. जिसे लेकर किसानों को वापस लौटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरसों को सूखने के बाद खरीद लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसानों को किसी भी तरह की समस्या नहीं आने दी जाएगी.
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