गुरुग्राम:कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हरियाणा सरकार ने प्रदेश में लॉकडाउन लगाया है. इस लॉकडाउन का असर छोटे और मंझले उद्योगों पर साफ तौर से देखा जा सकता है. मारुति, हीरो और होंडा जैसे बड़े उद्योगों में संक्रमण को लेकर शट डाउन की घोषणा कर दी गई है.
जिसका असर छोटी उद्यौगिक इकाइयों पर पड़ने लगा है. कई ऐसी कम्पनियां साइबर सिटी में मौजूद हैं. जिनपर ताले लटके साफ तौर से देखे जा सकते हैं. आईडीए के प्रधान केके गांधी की माने तो नाईट कर्फ्यू के बाद से ही मजदूरों का पलायन शुरू हो गया था.
उद्योगों पर फिर पड़ा लॉकडाउन का असर, मजदूरों के पलायन से गहराया संकट मजदूरों के पलायन के बाद पहले ही मुसीबतें बढ़ने लगी थी, लेकिन लॉक डाउन के बाद से हालात और बद्दतर होते जा रहे हैं. कंपनी सिर्फ 20 प्रतिशत लेबर के साथ चलानी पड़ रही है. वहीं इलेक्ट्रोप्लाटिंग के प्रधान उमेश कुमार की माने तो मौजूदा समय में उद्योगों की हालात बेहद खराब दौर से गुजर रही है. जिसमें मजदूरों का पलायन एक बड़ी वजह बना हुआ है.
ये भी पढ़ें- गांव में कोरोना संक्रमण की जड़ तक पहुंचने के लिए हरियाणा सरकार कराएगी सर्वे
उमेश कुमार का कहना है कि हमने हमेशा हर मुसीबत में सरकार की मदद की है. अब मुसीबत के टाइम में सरकार को उद्योगपतियों को टैक्स में छूट दे राहत देने की बारी है. हालांकि साइबर सिटी में बीते 3 दिन से संक्रमण के आंकड़े में कमी जरूर दर्ज की जा रही है, लेकिन मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. अब ऐसे में आने वाले 2/3 दिन काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे है. अगर संक्रमण बढ़ा तो लॉकडाउन भी बढ़ाया जा सकता है. जिससे उद्योगों को बड़े संकट का सामना करना पड़ सकता है.