गुरुग्राम:बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. इसी कड़ी में बीजेपी संसदीय बोर्ड के नए सदस्यों में पूर्व सांसद सुधा यादव का नाम शामिल किया है. डॉक्टर सुधा यादव पार्टी के संसदीय बोर्ड की एकमात्र महिला सदस्य ( DR Sudha Yadav Entry Bjp Parliamentary Board ) हैं. हरियाणा से पूर्व सांसद सुधा यादव को भी सदस्य बनाए जाने के बाद कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर देखने को मिली. वहीं सुधा यादव के घर पर कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ों के साथ जश्न मनाया.
बीजेपी ने सुधा यादव को बनाया संसदीय बोर्ड का सदस्य, घर पर बजे ढोल नगाड़े - बीजेपी संसदीय बोर्ड
बीजेपी संसदीय बोर्ड में बड़ा बदलाव किया गया है. संसदीय बोर्ड के नए सदस्यों में इस बार महेंद्रगढ़ की पूर्व सांसद सुधा यादव को भी जगह दी गई है. सुधा यादव को संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति में शामिल किए जाने से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर देखने को मिली. कार्यकर्ताओं ने उनके घर ढोल नगाड़ों के साथ जश्न मनाया.
जहां एक ओर नए सदस्यों को समिति में शामिल किया गया है तो वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पार्टी के बीजेपी संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है. गडकरी के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी संसदीय बोर्ड से हटाया गया (BJP Parliamentary Board New Members) है. वहीं बीएस येदियुरप्पा, सुधा यादव, इकबाल सिंह लालपुरा, सर्बानंद सोनोवाल, के. लक्ष्मण को नए सदस्यों के रूप में संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया है.
कौन हैं सुधा यादव-बीजेपी संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति में शामिल होने वाली सुधा यादव पेशे से प्रवक्ता (Who Is Sudha Yadav) हैं. वर्तमान में सुधा बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव हैं. सुधा ने 1987 में रुड़की विश्वविद्यालय से स्नातक किया जिसे अब आईआईटी रुड़की नाम से जाना जाता है. सुधा यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले से पूर्व सांसद रह चुकी है. उनके पति सुखबीर सिंह यादव कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हो गए थे. इसके बाद साल 1999 में भाजपा ने सुधा यादव को महेंद्रगढ़ से तत्कालीन कांग्रेस नेता राव इंद्रजीत सिंह के खिलाफ अपना उम्मीदवार बनाया था. सुधा ने इस चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह को शिकस्त दी थी. हालांकि इसके बाद सुधा ने दो लोकसभा चुनाव और लड़े लेकिन दोनों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. साल 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरा सुधा ने गुड़गांव से चुनाव लड़ा था.