रेवाड़ी/गुरुग्राम: मॉडल दिव्या पाहुजा मर्डर केस में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब इस मामले में गैंगस्टर बिंदर गुर्जर की एंट्री हो गई है. बिंदर गुरुग्राम का सबसे खूंखार गैंगस्टर माना जाता है. बताया जा रहा है कि इसी के कहने पर दिव्या ने संदीप गडोली को हनीट्रैप में फंसाया था. दिव्या ने संदीप की गर्लफ्रेंड बनकर पुलिस के हाथों उसका एनकाउंटर करा दिया था. जिसमें संदीप गडोली की मौत हो गई थी.
खबर है कि दिव्या को मौत के घाट उतारने वाला उसका नया प्रेमी होटल मालिक अभिजीत गैंगस्टर बिंदर गुर्जर का 15 साल पुराना दोस्त है. बिंदर के कहने पर ही अभिजीत ने दिव्या की फाइनेंशली मदद की थी. इस बीच दोनों काफी नजदीक आए और फिर ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो गया. जिसमें दिव्या पाहुजा को उसके ही प्रेमी अभिजीत ने मौत के घाट उतार दिया.
गुरुग्राम पुलिस की जांच में सामने आया कि अपने बॉयफ्रेंड गैंगस्टर संदीप गडोली की हत्या के आरोप में जेल से छूटने के बाद दिव्या बिंदर गुर्जर के फिर से संपर्क में आई. फाइनेंशली कंडीशन ठीक नहीं होने के कारण दिव्या ने बिंदर से मदद मांगी और बिंदर ने उसका अभिजीत से संपर्क करा दिया. बता दें कि बिंदर गुर्जर वही गैंगस्टर है. जिसका नाम गैंगस्टर संदीप गडोली के मर्डर में है. बिंदर फिलहाल जेल में बंद है.
गडोली को हनीट्रैप में फंसाकर मरवाने के इल्जाम में दिव्या पाहुजा 7 साल जेल काटने के बाद पिछले साल ही हाई कोर्ट से जमानत लेकर बाहर आई थी. बता दें कि बिंदर गुर्जर गुरुग्राम का ही रहने वाला है. उसने शिवाजी नगर इलाके में आलीशान घर बना हुआ है. बिंदर 20 साल से अपराध की दुनिया में सक्रिय है. उस पर कत्ल, जबरन वसूली, रंगदारी जैसे 30 से ज्यादा मामले दर्ज है.
बिंदर गुर्जर को गडोली की मौत के बाद सबसे खतरनाक गैंगस्टर माना जाता है, क्योंकि उसने ही गडोली जैसे 5 अन्य बड़े गैंगस्टर का या तो खुद कत्ल किया या फिर किसी और जरिए से रास्ते से हटा दिया. एक समय में सुरेंद्र फौजी की गैंग का एकछत्र राज हुआ करता था. कुछ समय बाद गुरुग्राम में दूसरा बड़ा गैंग राजेश उर्फ राजे खड़ा हो गया. इसी गैंग में शामिल वीरेंद्र कुमार उर्फ बिंदर गुर्जर को उस वक्त तक बहुत कम ही लोग जानते थे.
राजेश उर्फ राजे गैंग में रहकर बिंदर ने पहले सुरेंद्र फौजी का खत्म किया और फिर जब राजेश से उसकी पैसे को लेकर किसी बात पर अनबन हुई, तो इसने उसे भी ठिकाने लगा दिया. इसके बाद गुरुग्राम में सिर्फ बिंदर गुर्जर का नाम चल रहा था. कुछ समय बाद नीतू गहलोत नाम की गैंग उभर कर गुरुग्राम में सामने आई. इस गैंग से बिंदर की वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई. उस जंग में नीतू गहलोत का हत्या भी बिंदर गुर्जर ने 2003 में कर दी.