गुरुग्राम: कोरोना महामारी की वजह से साइबर सिटी में 169 दिनों यानी करीब 5 महीने से से मेट्रो सेवा बंद है. सोमवार, सात सितंबर यानी आज से गुरुग्राम में एक बार फिर से मेट्रो सेवा की शुरुआत हो चुकी है. फिलहाल ये शुरुआत केवल येलो लाइन (समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर) पर हो रही है. पांच दिनों के बाद यानी कि 12 सितंबर से बाकी रूट पर भी सभी सुरक्षा मानकों का ख्याल रखते हुए मेट्रो सेवा ऑपरेशनल होगी.
मेट्रो परिसर में घुसने के लिए सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और हैंड सैनिटाइजेशन जैसी प्रक्रियाओं का ख्याल रखना होगा. सोमवार और मंगलवार को 49 किलोमीटर के येलो लाइन पर मेट्रो रेल चलाई जाएगी.
करीब 5 महीने बाद फिर दौड़ी मेट्रो, क्लिक कर देखें वीडियो सिर्फ 8 घंटे होगा ट्रेन का संचालन
इस रूट पर कुल 37 स्टेशन हैं, जिसमें 20 स्टेशन अंडरग्राउंड है जबकि 17 एलवेटिड यानी की ऊंचाई पर है. इस रूट पर मेट्रो रेल सुबह सात से ग्यारह बजे तक और शाम को चार से आठ बजे तक के लिए ऑपरेशनल होगा. यानी कि 4 घंटे सुबह और 4 घंटे शाम. दिल्ली के समयपुर बादली से और गुरुग्राम के हुड्डा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से सुबह 7 बजे एक-एक ट्रैन रवाना हुई वहीं रैपिड मेट्रो के कॉरिडोर पर भी दोनों तरफ से सुबह 7 बजे एक-एक ट्रेन रवाना हुई. ट्रेनों का संचालन सुबह 7 से 11 बजे तक और शाम 4 से 8 बजे तक ही किया जाएगा.
सीआईएसएफ को दी गई सुरक्षा का जिम्मेदारी
सुबह संचालन से पहले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी सीआईएसएफ की टीम मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा को लेकर जांच करेगी. इसमें गुरुग्राम पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा. सभी स्टेशनों पर एक ही गेट से यात्रियों के आने और जाने की सुविधा होगी. स्टेशनों पर सोशल डिस्टेंसिंग के हिसाब से निशान बनाए गए हैं. मास्क लगाए रखने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को लेकर सीआईएसएफ के जवान यात्रियों पर नजर रखेंगे. सभी स्टेशनों पर दो जवान विशेष रूप से तैनात किए गए हैं.
पटरी पर दौड़ी रैपिड मेट्रो
कोविड-19 के निर्देशों का पालन करने के लिए यात्रियों का सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी ध्यान रखा जाएगा. बता दें कि गुरुग्राम में दो स्टेशनों पर सबसे अधिक भीड़ रहती है. एक हुड्डा सिटी सेंटर और दूसरा सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन. क्योंकि ये रैपिड मेट्रो से भी जुड़ा है. दोनों जगह सीआईएसफ के जवानों की संख्या ज्यादा रहेगी. दोनों स्टेशनों के नजदीक शुरुआत में गुरुग्राम पुलिस की भी सक्रियता रहेगी.
ये भी पढ़ें- रविवार को फिर मिले 2 हजार से ज्यादा कोरोना केस, पिछले 24 घंटे में 25 की मौत
बता दें कि दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा सीआईएसएफ के पास है. जबकि रैपिड मेट्रो की सुरक्षा पहले एक निजी कंपनी के पास थी. 1 महीने से रैपिड मेट्रो के संचालन की जिम्मेदारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ही संभाल रही है. रैपिड मेट्रो का कॉरिडोर गुरुग्राम के पॉश इलाकों में है. 12 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर 11 मेट्रो स्टेशन हैं. रैपिड मेट्रो की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ के पास है. रैपिड मेट्रो सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन पर दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन के साथ इंटरचेंज करती है.
ये हैं नए नियम
- मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी
- सभी यात्रियों को 15-30 मिनट तक का एक्स्ट्रा टाइम लेकर यात्रा करने को कहा गया है. जिससे वो अपने गंतव्य स्थलों पर समय से पहुंच सकें.
- सभी यात्रियों से अपने मोबाइल सेट पर 'आरोग्य सेतु' ऐप डाउनलोड कर रखने को कहा गया है.
- यात्रियों को स्मार्ट कार्ड लेकर यात्रा करने को कहा गया है. स्टेशन पर टोकन उपलब्ध नहीं होंगे.
- किसी भी तरह का कैश ट्रांजिक्शन अलाउड नहीं होगा.
- लोगों से यात्रा के दौरान कम से कम सामान कैरी करने को कहा गया है.
- सैनिटाइजर पॉकेट साइज का ही होना चाहिए.
- सुरक्षा कारणों से मेट्रो परिसर के अंदर 30 मिली लीटर से ज्यादा सैनिटाइजर ले जाने की अनुमति नहीं होगी.