गुरुग्राम:कोरोना का खौफ अपराधियों पर भी नजर आ रहा है. देशव्यापी लॉकडाउन के बीच गुरुग्राम में अपराध के ग्राफ में भारी कमी दर्ज की गई है. पिछले साल के मुकाबले इस साल हत्या, लूट, महिलाओं से ज्यादती और सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी देखी गई है. दरअसल, लॉकडाउन के कारण सड़कों पर ट्रैफिक कम था और पुलिस के जवान भी शहर के अलग-अलग हिस्सों में तैनात थे, यही कारण है कि गुरुग्राम में अपराध पर बहुत हद तक अंकुश लगा है.
लॉकडाउन पीरियड में कई तरह के अपराधों में काफी कमी दर्ज की गई, लेकिन अगर बात महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों की करें, तो वहां मामूली सी कमी ही देखने को मिली. उदाहरण के तौर पर पिछले साल अगस्त महीने तक रेप के 110 केस दर्ज हुए. वहीं इस साल अगस्त महीने तक मामूली कमी के साथ 92 रेप केस दर्ज किए गए. जिससे साफ पता चलता है कि लॉकडाउन में भी महिलाओं पर होने वाले अपराध कम नहीं हुए हैं.
हत्या के मामलों में आई इतनी कमी
साल 2019 में अगस्त महीने तक साइबर सिटी गुरुग्राम में 78 हत्या की वारदात हुई थी. जो साल 2020 अगस्त तक सिर्फ 57 हुई. इससे साफ पता चलता है कि लॉकडाउन में सबसे संगीन अपराध हत्या की वारदात में भी गिरावट दर्ज की गई. वहीं इनमें से गुरुग्राम पुलिस द्वारा कई वारदातों का खुलासा हो चुका है. साल 2019 की बात करें तो गुरुग्राम पुलिस ने 78 में से 63 वारदातों का खुलासा किया था और बाकियों की जांच की जा रही है. वहीं साल 2020 की बात करें तो 57 वारदातों में से 46 का गुरुग्राम पुलिस ने खुलासा कर दिया है और बाकियों की जांच की जा रही है.
किडनैपिंग की वारदातों में आई भारी गिरावट