गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में कोरोना वॉरियर्स की एक ऐसी कहानी सामने आई है जो मानवता को शर्मसार कर रही है. दरअसल, गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों पर कोरोना संक्रमित मरीज की इलाज में लापरवाही का आरोप लगा है. ये आरोप मरीज के परिजनों ने लगाया है.
उनका आरोप है कि अस्पताल से डिस्चार्ज करते समय निजी अस्पताल में मरीज को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं दी गई. जिसके कारण मरीज की मौत हो गई. यही आरोप झज्जर एम्स के डॉक्टर ने भी लगाए हैं.
अब मामला संज्ञान में आने के बाद जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर ने एक कमेटी का गठन कर दिया है. कमेटी की रिपोर्ट में अगर निजी अस्पताल की लापवाही सामने आती है तो निजी अस्पातल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
गुरुग्राम में कोरोना संक्रमित महिला की मौत, निजी अस्पताल पर लापरवाही का आरोप ये है पूरा मामला
ज्योति पार्क की रहने वाली एक कोरोना संक्रमित महिला एक जून को सेक्टर-37 के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुई थी, लेकिन वहां महिला की तबीयत बिगड़ी तो उसके परिजनों ने उसे झज्जर के एम्स में रेफर करवाना चाहा. जिसके बाद निजी अस्पताल ने परिजनों को रेफर करने के लिए मना कर दिया. परिजनों ने बताया कि घंटों विनती करने के बाद उन्होंने मरीज को रेफर किया.
वहीं एम्स पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही महिला की मौत हो गई. डॉक्टरों ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी के चलते महिला की मौत हुई है. परिजनों ने भी ये आरोप लगाया है कि महिला पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन न मिलने के कारण एम्बुलेंस में भी तड़प रही थी, लेकिन अस्पताल ने महिला को ऑक्सीजन नहीं दिया.
अब परिजनों ने पुलिस और चीफ मेडिकल ऑफिसर को इसकी शिकायत दे दी है. वहीं सीएमओ ने जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया है. ऐसे में देखना होगा की पीड़ित परिवार को कब तक न्याय मिलेगा.
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