गुरुग्राम/फरीदाबादःभारत जैसे प्रकृति पूजक देश में पर्यावरण पर गंभीर संकट खड़ा है. हैरान करने वाली बात ये है कि इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट (एफएसआई) 2013 के अनुसार हरियाणा में वन आवरण 1586 वर्ग किलोमीटर है. जो राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का 3.59% है.
वहीं राज्य में ट्री कवर 1282 वर्ग किलोमीटर है, जो भौगोलिक क्षेत्र का 2.90% है. इसी तरह वन और ट्री कवर का कुल क्षेत्र हरियाणा राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का 6.49% है. ऐसे में पौधारोपण और पेड़ों का संरक्षण काफी अहम हो जाता है. जिसमें वन विभाग अहम भूमिका निभा रहा है. प्रदेश में हरियाली बरकरार रखने के लिए प्लांटेशन प्रोग्राम भी चलाए जा रहे हैं.
फरीदाबाद और गुरुग्राम में वन क्षेत्र
फरीदाबाद में पौधों के प्लांटेशन पर पहाड़ी एरिया में 2018 से लेकर अब तक एक करोड़ खर्च किया गया है. तो वहीं इसी समय अंतराल में 2 करोड़ रुपए प्लेन एरिया में खर्च किया गया है.
गुरुग्राम करीब दो लाख एकड़ क्षेत्र में फैला है. इसमें मात्र 800 एकड़ वन क्षेत्र है. यानी जिले में मात्र 9 फीसदी वन क्षेत्र है. संरक्षित वन क्षेत्र के नाम पर करीब साढे़ तीन सौ एकड़ में सुल्तानपुर वन क्षेत्र और करीब 300 एकड़ वन क्षेत्र सर बसीर में है. इसके अलावा 70 एकड़ में सोहना के पास रायपुर गांव में वन क्षेत्र है. जिसके संरक्षण के लिए विन विभाग द्वारा तमाम प्रबंध किए जा रहे हैं.
गुरुग्राम में पौधारोपण का लक्ष्य
गुरुग्राम में इस साल 25 लाख 269 पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन कोरोना के चलते पौधारोपण के अभियान में कई बाधाएं आई. जिसके चलते 30 सितंबर तक मात्र 17 लाख 80 हजार 500 पौधे ही रोपे गए जबकि 2019 में तकरीबन 26 लाख का पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से 19 लाख का लक्ष्य पूरा किया गया था. इस बार स्कूली बच्चों से 6 लाख 70 हजार पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया था लेकिन स्कूल बंद होने के चलते मात्र 2,30,000 पौधे ही रोपे गए.