फतेहाबाद:टोहाना में एक जून से किसान, सरकार व प्रशासन के बीच में चला आ रहा विवाद सोमवार को समाप्त हो गया. इसको लेकर प्रशासन और किसानों के बीच में कई दौर की बैठकें चली जिसमें कई उतार-चढ़ाव आए मगर आखिर में बात बन गई, और किसानों ने पूरे हरियाणा में अपना थाना घेराव का कार्यक्रम रद्द किया.
वहीं किसान आंदोलन को लेकर किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि टोहाना का आंदोलन दिल्ली के आंदोलन को ऊर्जा देगा. उन्होंने कहा कि प्रशासन व सरकार ये सोचती थी कि दिल्ली के साथ टोहाना का आंदोलन बैठ जाएगा मगर किसानों ने मजबूती से इसका सामना किया. अब टोहाना का संघर्ष जीतकर विधिवत रूप से दिल्ली की तरफ कूच कर फिर से मोर्चे को और मजबूती देंगे.
सुनिए किसान नेता योगेंद्र यादव का बयान ये भी पढ़ें-Devender Babli Dispute: किसान नेताओं की रिहाई के बाद राकेश टिकैत ने की संघर्ष विराम की घोषणा
उन्होंने कहा कि प्रशासन के द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया है कि उनकी बातें मानी जाएंगी. रविवार रात को ही दो किसान नेताओं को जेल से छोड़ दिया गया था. सोमवार की बातचीत में तीसरे किसान मक्खन सिंह के ऊपर लगी धाराएं हटा दी गई हैं और उनकी जमानत को भी मंजूरी मिल गई है.
यादव ने कहा कि इसके साथ-साथ रवि और विकास, जिनको कल रात को छोड़ा गया था, उनके ऊपर भी दायर किए गए सभी मुकदमे वापस लेने पर सहमति बन गई है. अब टोहाना की लड़ाई खत्म और दिल्ली में हमारी असली लड़ाई जारी रहेगी. पूरे देश भर में तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन चलते रहेंगे.
क्यों हुआ था किसानों पर मुकदमा दर्ज?
बता दें कि, जेजेपी विधायक देवेंद्र सिंह बबली 1 जून, मंगलवार को टोहाना के नागरिक अस्पताल जा रहे थे. जैसे ही किसानों को विधायक देवेंद्र बबली की नागरिक अस्पताल आने की सूचना मिली सैकड़ों की संख्या में किसान अस्पताल के बाहर पहुंच गए और विधायक का विरोध करने लगे.
ये भी पढ़ें-इन दो किसान नेताओं की रिहाई के लिए रात भर टोहाना थाने के बाहर धरने पर बैठे रहे राकेश टिकैत
इस दौरान एक किसान ने विधायक की गाड़ी का शीशा तक फोड़ दिया. जिसके बाद जेजेपी विधायक देवेंद्र सिंह बबली और किसानों के बीच गाली-गलौच (Devender Babli Abused) वाली स्थिति बन गई थी. इस घटना के बाद तीन किसान नेताओं को टोहाना पुलिस की ओर से गिरफ्तार किया गया था. दोनों किसानों की गिरफ्तारी (Tohana Farmers Leaders Arrested) के बाद किसान नेता राकेश टिकैत सहित कई किसान नेताओं ने टोहाना में ही धरना शुरू कर दिया है.