फतेहाबाद: आपने सफारी का नाम तो जरूर सुना होगा, जिसमें पर्यटक वाहन में बैठक जंगल का सफर करते हैं, लेकिन टोहाना में एक अनोखा सफारी यानी की नंदी सफाई की शुरूआत की गई है. टोहाना में शिव नंदी शाला में नंदी सफारी यात्रा का शुभारंभ कर दिया गया है. इसमें खास बात ये हैं कि एक कार के अगले हिस्से में बैल को जोड़ा गया है जिससे बैठकर यहां आने वाले व्यक्तियों को नंदी शाला का भ्रमण करवाया जाएगा.
टोहाना की शिव नंदी शाला ने नंदी सफारी यात्रा की शुरुआत की, गोवंश को आत्मनिर्भर बनाने पर होगा जोर भविष्य का कार्यक्रम ये है कि शहर में भी इस तरह की सफारी गोवंश की तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए चलाया जाएगा. टोहाना की शिव नंदी शाला में आत्मनिर्भरता की तरफ कदम बढ़ाते हुए नंदी सफारी की शुरुआत की. ये एक अनोखी यात्रा नंदी शाला की है जिसमें एक कार के अगले हिस्से में बैल को जोड़ा गया है जिसमें यहां आने वाले व्यक्तियों को बिठाकर नंदी शाला में घुमाया जाएगा.
इस दौरान व्यक्ति को नंदी शाला के बारे में बताया जाएगा. आनंद की अनुभूति भी हो इसके लिए 10 रुपये का सहयोगशुल्क भी रखा गया है. इस नंदी सफारी यात्रा का शुभारंभ शहर के समाजसेवी अनिल गोयल के द्वारा किया गया. उन्होंने नंदी सफारी की पहली टिकट खरीदी. उन्होंने इसे नन्दीशाला का आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ता हुआ मजबूत कदम बताया.
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उन्होंने कहा कि इससे गोवंश कि समाज में महत्ता बढ़ेगी. वहीं इसके बारे में जानकारी देते हुए टोहाना की शिव नंदी शाला के संचालक धर्मपाल सैनी ने बताया कि इस तरह का प्रयोग इसलिए किया गया है ताकि जहां शहर वासियों का ध्यान गोवंश की तरफ जाए. वहीं इस तरह के वाहनों का निर्माण करके गोवंश को आत्मनिर्भर भी बनाया जाएगा इससे प्राप्त धनराशि को गोवंश के संरक्षण पर ही खर्च किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसे बनाने में लगभग तीस हजार रुपये की लागत आई है.