फतेहाबाद :रतिया इलाके में विद्यार्थियों और सामाजिक संगठनों के द्वारा स्कूल के गेट पर ताला लगाकर सरकार की चिराग योजना 2022 (Chirag Yojana 2022) सीबीएसई पैटर्न को रद्द करने की मांग की गई. रतिया के सरकारी स्कूल के बाहर विद्यार्थियों के द्वारा स्कूल के गेट पर ताला लगाकर नारेबाजी की गई. वहीं सामाजिक संगठन के पदाधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे.
नारेबाजी के दौरान शहीद भगत सिंह नौजवान सभा के द्वारा चिराग योजना को रद करने के साथ ही सीबीएसई पैटर्न को रद करने की मांग की गई. मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि चिराग योजना को लागू करके सरकार सरकारी स्कूलों को खत्म करना चाहती है और प्राइवेट स्कूलों को बढ़ावा देना चाहती है, जिससे शिक्षा और महंगी हो जाएगी. जिसके चलते गरीब बच्चा शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाएगा. इसी के चलते वह चिराग योजना का विरोध कर रहे (Protest against Chirag Yojna 2022 In Fatehabad) हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल के गेट पर ताला लगाकर विरोध जाहिर किया गया और आने वाले दिनों में इस मुहिम को और तेज किया जाएगा ताकि सरकार चिराग योजना को वापस ले सके.
स्कूली छात्र और सामाजिक संगठन ने जताया चिराग योजना का विरोध क्या है चिराग योजना-हरियाणा सरकार ने नए शिक्षा सत्र में नियम-134ए को खत्म कर इसकी जगह चिराग योजना की शुरुआत की ( (Chirag Yojana 2022) है. इस योजना के तहत एक लाख 80 हजार रुपये से कम सालाना आय वाले परिवारों के जो बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं, अगर वह प्राइवेट स्कूलों में पढ़ना चाहते हैं तो उन्हें दूसरी से बारहवीं कक्षा तक की शिक्षा प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त दिलाई जाएगी. सरकार द्वारा ऐसे बच्चों की फीस निजी स्कूल संचालकों को दी जाएगी. सरकार की मंशा है कि कम आय वाले बच्चे भी निजी स्कूलों में मुफ्त में पढ़ाई कर सकें.
आवेदन की बढ़ाई की तिथि: योजना के फर्स्ट फेज में क्लास 2 से 12वीं तक के करीब पच्चीस हजार छात्रों को कवर किया जाएगा. इसका लाभ सिर्फ हरियाणा के छात्र और छात्राएं ही ले सकते हैं (Haryana CHEERAG Scheme). सरकार ने निजी स्कूलों को इस योजना के तरह प्रवेश देने की अनुमति दे दी है. निदेशालय की ओर से इस योजना के ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन के लिए अंतिम तिथि 21 जुलाई तय की थी, हालांकि बाद में इसे आगे बढ़ा दिया गया.
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