फतेहाबाद: इनेलो सुप्रीमो एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने भाजपा सरकार द्वारा किसानों पर बेइंतहा जुल्म करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अन्नदाता जो पूरे देश के लोगों का पेट भरने का काम करता है, उन्हें सड़कों पर रौंदा जा रहा है, उन पर लाठियां बरसाई जा रही हैं. किसानों पर मुकदमें दर्ज कर उन्हें जेल में डाला जा रहा है. इतना जुल्म तो कभी मुगलों और अंग्रेजों ने भी नहीं किया था. जितना आज भाजपा सरकार कर रही है.
इनेलो सुप्रीमो बुधवार को फतेहाबाद और सिरसा जिले के गांवों में आयोजित सभाओं को संबोधित कर रहे थे. बुधवार को इनेलो की परिवर्तन यात्रा भट्टुकलां, बन मंदौरी, पिली मंदौरी, ठुईयां, ढाबी खुर्द, जांडवाला, चाहरवाला, रामपुर बागडिय़ा और कागदाना गांवों में पहुंची. इनेलो सुप्रीमो ने सूरजमुखी फसल की एमएसपी पर खरीद के लिए प्रदर्शन कर रहे किसानों पर मंगलवार को कुरूक्षेत्र में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की.
भाजपा जितना जुल्म तो किसानों पर मुगलों और अंग्रेजों ने भी नहीं किया- ओमप्रकाश चौटाला - Haryana Latest Hindi News
इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला (Omprakash Chautala on Haryana Farmers Protest) ने भाजपा सरकार पर किसानों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि किसान भाजपा सरकार से खैरात नहीं मांग रहे बल्कि अपना हक मांग रहे हैं.
उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज में एक किसान की मृत्यु होने की खबर हृदयविदारक है. किसानों पर लगातार हो रहे जुल्मों ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है. किसान अपना हक मांगने के लिए प्रदर्शन करने पर मजबूर हैं. लेकिन बजाय इनकी मांगों को मानने के भाजपा गठबंधन सरकार इन किसानों पर मुकदमें दर्ज कर रही है. आज देश और प्रदेश का किसान भाजपा की किसान विरोधी नीतियों के कारण कर्जे में डूब गया है.
पूरे प्रदेश में अलग-अलग जिलों में अपनी समस्याओं को लेकर किसान समेत अनेक सामाजिक और कर्मचारी संगठन धरने पर बैठे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बावजूद इस जन विरोधी भाजपा गठबंधन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. भाजपा सरकार के शासन में इन सभी के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है, जैसे ये सभी देश के दुश्मन हैं. हरियाणा में चारों तरफ भय और अफरातफरी का माहौल बना हुआ है. अन्नदाता जो देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है. उन्हें दोगुनी आय करने का वादा प्रधानमंत्री ने किया था. लेकिन यह वादा भी वे नहीं निभा पाए हैं.