फतेहाबाद: भारी बारिश के चलते एक बार फिर यमुना नदी और घग्गर नदी उफान पर है. जिसकी वजह से हरियाणा में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. हरियाणा का सिरसा और फतेहाबाद जिला तो अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं. घग्गर नदी के रौद्र रूप के चलते फतेहाबाद के 121 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. स्थानीय लोगों के सहयोग से जिला प्रशासन की टीम फतेहाबाद शहर को पानी से बचाने की जद्दोजहद में जुटी है.
फतेहाबाद के 121 गांव बाढ़ से प्रभावित: बाईपास को बनाया जा रहा 'बांध', पानी निकासी के लिए की जा रही ड्रेन की खुदाई
हरियाणा का सिरसा और फतेहाबाद जिला तो अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं. घग्गर नदी के रौद्र रूप के चलते फतेहाबाद के 121 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
शहर और बाढ़ के पानी के बीच नेशनल हाईवे डिवाइडर बचा है. डिवाइडर टूटते ही शहर बाढ़ के पानी में डूब सकता है. इस डिवाइडर को मिट्टी, मिट्टी के कट्टे डालकर मजबूत किया जा रहा है. दूसरी तरफ खान मोहम्मद गांव में ड्रेन की खुदाई का काम जोरों पर चल रहा है. बताया जा रहा है कि फतेहाबाद की चांदपुरा साइफन पर शनिवार सुबह तक 17 हजार 550 क्यूसेक पानी चल रहा था. इसके बढ़ने की संभावना है. बाढ़ का पानी फतेहाबाद बाईपास तक पहुंच गया है.
लगातार पानी खड़े होने के चलते पुल में पानी का रिसाव होने लगा है. प्रशासन ने एहतियात के तौर पर भारी वाहनों का आवागमन पुल से बंद कर दिया है. ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो बेवजह घर से बाहर ना आए. स्थानीय लोगों के मुताबिक फतेहाबाद बाईपास पर पानी लगातार बढ़ रहा है. इस बारे में ट्रैफिक पुलिस के सब इंस्पेक्टर हेतराम सिंह ने बताया कि पुल के तरफ से पानी का रिसाव हो रहा है और पुल की मिट्टी निकल रही है. जिसके चलते अब भारी वाहनों के आवागमन के बंद कर दिया गया है.