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भ्रष्टाचार का खुला खेल, फतेहाबाद के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. गिरीश चौधरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप - fatehabad news in hindi

फतेहाबाद के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. गिरीश चौधरी एक बार फिर से चर्चा में है. गिरीश चौधरी पर ठेके पर कंप्यूटर ऑपरेटर रखे जाने को लेकर फोन पर किसी से डील करने का आरोप लगा है. इससे पहले भी उनके ऑफिस में दो लाख रुपये मिले थे, जिसका आज तक कोई मालिक नहीं मिला और न ही प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई की गई.

fatehabad deputy cm bribe audio viral
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Published : Jan 3, 2020, 10:12 PM IST

फतेहाबाद: डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. गिरीश चौधरी एक बार फिर से चर्चा में है. इस बार गिरीश चौधरी पर ठेके पर कंप्यूटर ऑपरेटर रखे जाने को लेकर फोन पर किसी से डील करने का आरोप लगा है. पिछले दिनों नागरिक अस्पताल से हटाए गए कर्मचारी फोन पर बातचीत के इस ऑडियो को सामने लाए हैं. दावा किया जा रहा है कि इस ऑडियो में डिप्टी सीएमओ डॉ. गिरीश चौधरी की आवज है जो ठेके पर कंप्यूटर ऑपरेटर रखने के नाम पर 1 लाख रुपये की डिमांड कर रहे हैं.

कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

नागरिक अस्पताल से हटाए गए कर्मचारियों का दावा है कि ऑडियो में आवाज डॉक्टर गिरीश चौधरी की है. जिसके बाद नागरिक अस्पताल से हटाए गए कर्मचारियों ने सीएमओ कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और मामले में मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत भी भेजी है. कर्मचारियों के द्वारा जिला उपायुक्त को भी ऑडियो के साथ शिकायत दी गई.

मीडिया से बातचीत करते हुए नागरिक अस्पताल से हटाए गए कर्मचारी राजेश ने कहा कि डॉ. गिरीश द्वारा ठेके पर रखे गए हर कर्मचारी से पैसे लिए गए हैं. कंप्यूटर ऑपरेटर से लेकर सफाई कर्मचारी तक सब का रेट अलग-अलग है. ऑडियो सहित उन्होंने दोबारा से स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत भेजी है.

भ्रष्टाचार का खुला खेल, देखें वीडियो

डॉ. गिरीश चौधरी का ऑडियो वायरल

राजेश ने कहा कि ऑडियो में डॉक्टर गिरीश 1 लाख रुपये में कंप्यूटर ऑपरेटर रखने के नाम पर मांग रहे हैं. इसमें डॉ गिरीश कह रहे हैं कि 60 हजार ऊपर देने हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच करवाई जाए तो कई भ्रष्टाचारियों के नाम सामने आएंगे. इससे पहले भी डिप्टी सीएमओ गिरीश चौधरी के कार्यालय में 2 लाख रूपये मिले थे. जिसका कोई भी मालिक तक नहीं मिला, लेकिन फिर भी डॉक्टर गिरीश पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है.

सवाल ये खड़ा होता है कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज थानों में जाकर पुलिस कर्मचारियों के दराज खंगाल रहे हैं, लेकिन उनके दूसरे विभाग स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के कार्यालय में दो लाख की राशि मिलती है, जिसका कोई मालिक नहीं बनता, उस पर कोई कार्रवाई भी नहीं होती है.

मीडिया से नहीं की बात

इस मामले में फतेहाबाद में डॉ. गिरीश से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने पहले तो अपने कार्यालय में मीडिया को बुला लिया, लेकिन बाद में बात करने से मना कर दिया. सीएमओ मनीष बंसल भी कैमरे के सामने कुछ नहीं बोल रहे हैं. इसके बाद फतेहाबाद के उपायुक्त रवि प्रकाश गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऑडियो को लेकर वे मामले की जांच एसपी को देंगे और जांच में अगर कोई दोषी मिलता है तो कार्रवाई की जाएगी.

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गौरतलब है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा एक ट्वीट किया गया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि 2020 भ्रष्टाचारियों के लिए भारी साबित होगा. फतेहाबाद में वर्ष के पहले ही दिन 1 जनवरी को भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, अब देखना होगा कि माननीय मुख्यमंत्री इस भ्रष्टाचार के मामले में क्या कड़ी कार्रवाई करते हैं?

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