फतेहाबाद: टोहाना के गांव भोड़ी के किसानों ने पराली ना जलाने के कृषि विभाग के अधिकारियों के सुझाव को नकार दिया. किसानों ने कहा कि पराली प्रबंधन के लिए किसान को खर्चा खुद उठाना पड़ रहा है. जबकि खर्चा किसान के बजाए सरकार को देना चाहिए. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर सरकार उन्हें खर्चा उपलब्ध नहीं करवाएगी तो वे इकट्ठे होकर खेतों में पराली को आग लगाएंगे.
एक वायरल वीडियो से मिली जानकारी के अनुसार टोहाना के गांव भोड़ी में कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को एक कार्यक्रम के दौरान ये समझाने गए थे कि वे अपने खेतों में कृषि अवशेष पराली को आग ना लगाएं क्योंकि इससे पर्यावरण दूषित होता है और खेत की उर्वरक क्षमता पर भी फर्क पड़ता है.
इस बीच किसानों ने सीधे सवाल कृषि विभाग के अधिकारियों से करने शुरू किए कि आखिरकार पराली प्रबंधन का खर्चा किसान ही क्यों उठाएं. इससे किसान पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. मगर इस सवाल का कृषि विभाग के अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था जिसके बाद कृषि विभाग के अधिकारी यहां गांव से बिना कोई ट्रायल दिखाएं अपना कृषि यंत्र लेकर चले गए.