फतेहाबाद:गणतंत्र दिवस को लेकर अब दिल्ली के बाद हरियाणा में भी सरकार और प्रशासन की चिंताएं बढ़ सकती हैं. हर बार की तरह इस बार भी सरकार के मंत्री जिला स्तर पर गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लेंगे और ध्वजारोहण करेंगे, लेकिन इस बार किसान आंदोलन के चलते बीजेपी-जेजेपी नेताओं का विरोध हो सकता है. किसानों ने इसको लेकर प्रशासन और सरकार को चेतावनी दे दी है.
किसानों की खरी-खरी, किसी भी मंत्री को नहीं करने देंगे ध्वजारोहण गणतंत्र दिवस के मौके पर फतेहाबाद में राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ध्वजारोहण करेंगी. इसको लेकर शनिवार को किसानों और प्रशासन के बीच बैठक हुई. मीटिंग में किसानों ने साफ तौर पर प्रशासन को चेतावनी दी. किसानों ने कहा कि ध्वजारोहण सरकार के मंत्रियों की बजाय प्रशासनिक अधिकारी करें, ताकि जिले में शांति बनी रहे.
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फतेहाबाद किसान सभा के नेता भगवान पाल ने बताया कि प्रशासन और किसानों के बीच मीटिंग हुई है. किसानों ने साफ तौर पर प्रशासन को कहा है कि अगर कोई मंत्री 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में ध्वजारोहण करता है तो वो शांति भंग होने की गारंटी नहीं लेंगे.
किसानों ने कहा कि इस बार ध्वजारोहण सरकार के मंत्रियों की बजाय प्रशासनिक अधिकारी करें, ताकि जिले में शांति बनी रहे. प्रशासन और किसानों के बीच आज करीब आधे घंटे तक मीटिंग चली और साफ तौर पर किसानों ने प्रशासन को ये चेतावनी दी है. अब देखना होगा कि सरकार इसको लेकर क्या निर्णय लेती है, क्योंकि इससे पहले खुद मुख्यमंत्री तक का विरोध हो चुका है और किसानों ने उनकी स्टेज तक को उखाड़ दिया था.
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