नूंह:हरियाणा में पिछले 5 महीने से एक शख्स लगातार चर्चा में है. चर्चा किसी अच्छे काम के लिए नहीं बल्कि हत्या और हिंसा फैलाने के आरोप में. उसका नाम है मोनू मानेसर. दरअसल बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की शोभा यात्रा के दौरान ये खबर फैली कि नासिर और जुनैद का हत्या आरोपी मोनू मानेसर भी इसमें शामिल है. इसी के बाद कथित तौर पर दो गुटों में झड़प हो गई और ये झड़प देखते-देखते हिंसा में बदल गई. हरियाणा के मुख्यंत्री मनोहर लाल ने पहली बार मोनू मानेसर पर बयान दिया है. आइये आपको बताते हैं कि आखिर ये मोनू मानेसर है कौन, जिसको बचाने का आरोप हरियाणा सरकार और पुलिस पर लग रहा है. और जिसकी कथित मौजदूगी की वजह से हिंसा फैलने की चर्चा है.
दरअसल बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल यात्रा से पहले मोनू मानेसर ने रविवार यानि 30 जुलाई को एक वीडियो पोस्ट किया. उस वीडियो में उसने अपने दल के लोगों से यात्रा में बड़ी संख्या में हिस्सा लेने की अपील की. उसने ये दावा किया कि वो खुद भी इस यात्रा में शामिल होगा. हलांकि पुलिस ने यात्रा में मोनू मानेसर के शामिल होने से साफ इनकार किया है. नूंह की कानून व्यवस्था संभालने वाले भिवानी एसपी नरेंद्र सिंह बिजरानिया ने कहा कि मोनू मानेसर इसमें शामिल नहीं था.
मोनू मानेसर खुलेआम हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट डालता है. ब्रज मंडल यात्रा में मोनू मानेसर शामिल नहीं था. उसका नाम किसी भी एफआईआर में शामिल नहीं है. पुलिस सभी मामलों की छानबीन कर रही है. एसपी नरेंद्र सिंह बिजरानिया
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नासिर-जुनैद की हत्या का आरोपी है मोनू- मोनू मानेसर वही शख्स है, जिस पर राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले पशु व्यापारी 25 साल के नासिर और उसके चाचा 35 साल के जुनैद की हत्या का आरोप है. नासिर और जुनैद का शव 16 फरवरी को भिवानी जिले में एक जली हुई बोलेरो में मिला था. नासिर और जुनैद के घर वालों ने 15 फरवरी को ही दोनों के अपहरण करने की शिकायत राजस्थान पुलिस को दी थी. इसमें मोनू समेत 5 लोग नामजद बनाये गये थे. कहा जा रहा है कि नासिर और जुनैद को गौ तस्करी के आरोप में अपहरण करके मार दिया गया और उन्हीं की बोलेरो में जला दिया गया. मोनू इस हत्या का प्रमुख आरोपी है.
मोनू हमेशा असलहे के साथ देखा जाता है. कौन है मोनू मानेसर-मोनू मानेसर का असली नाम मोहित यादव है. उसकी उम्र करीब 32 साल है. उसके पिता ओमप्रकाश यादव की मौत हो चुकी है, वो प्राइवेट स्कूल में बस चलाया करते थे. मोनू मानेसर तीन भाई-बहनों में बीच का है. उसके दो बच्चे भी हैं. उसने अपनी स्कूलिंग मानेसर के ही प्राइवेट स्कूल से की है. मानेसर स्थित सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज से उसने इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है. 2011 में वो बजरंग दल से जुड़ गया और गौ रक्षक दल का हिस्सा बन गया. मोनू हरियाणा काऊ टास्क फोर्स का भी सदस्य है और गौ तस्करी रोकने का काम करता है.
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सोशल मीडिया पर भी सक्रिय है मोनू- मोनू मानेसर सोशल मीडिया पर भी काफी ऐक्टिव रहता है. गौ तस्करी से जुड़े वीडियो वो लगातार पोस्ट करता है. इसके अलावा फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वो हथियारों के साथ फोटो भी पोस्ट करता है. उसकी कई फोटो बड़े नेताओं के साथ भी हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ भी उसकी फोटो सोशल मीडिया पर है. वो यूट्यूब चैनल भी चलाता है.
राजस्थान सरकार ने बजरंग दल के मोनू मानेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. हमने उनसे कहा है कि उसकी तलाश के लिए जो भी मदद की जरूरत होगी वह हम मुहैया कराएंगे. राजस्थान पुलिस उस पर कार्रवाई करे. मनोहर लाल, मुख्यमंत्री हरियाणा.
कई जिलों में मोनू का नेटवर्क- मोनू मानेसर की राजनीतिक पहुंच भी बहुत ऊपर तक बताई जाती है. उसका भी काफी बड़ा है. गुरुग्राम, नूंह, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत और फरीदाबाद समेत कई जिलों में मोनू मानेसर का तगड़ा नेटवर्क बताया जाता है. वो सोशल मीडिया पर खुलेआम हथियार लहराता हुआ फोटो डालता है. 2019 में गौ तस्करों को पकड़ते समय उसे गोली भी लग गई थी, जिसके बाद उसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर गौ तस्करों के नेटवर्क को खत्म करने की खुली चुनौती दी और काफी चर्चा में रहने लगा.
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गौ रक्षा की आड़ में गुंडागर्दी का आरोप-मोनू मानेसर पर गौ रक्षा की आड़ में उसके ऊपर गुंडागर्दी का भी आरोप है. उसके ऊपर कई एफआईआर भी दर्ज हो चुकी हैं. साल 2022 में मोनू को गौ रक्षक टास्क फोर्स का अध्यक्ष बनाया गया. जिसके बाद मई 2022 में फिरोजपुर झिरका का एक वीडियो सामने आया था. जिसमें मोनू एक व्यक्ति की कनपटी पर पिस्टल लगाए उसे जबरदस्ती अपनी कार में बिठा रहा था. वीडियो में कहा गया कि गौ तस्करी की जानकारी मिलने के बाद वो यहां पहुंचा था. उसका नेटवर्क इतना बड़ा है कि राजस्थान पुलिस की कार्रवाई से पहले ही उसको जानकारी हो जाती है. इसीलिए पिछले 5 महीने से वो फरार है. अंडरग्राउंड रहते हुए वो सोशल मीडिया पर सक्रिय है.
किसी एक अपराधी द्वारा कोई वीडियो जारी करने का मतलब यह नहीं है कि किसी का भी घर जला दिया जाए, गोलियां चलाई जाए. किसी की गाड़ी फूंकी जाए. ऐसा ही होने लगे तो फिर भविष्य में सब कुछ अपराधियों के हाथ में ही आ जाएगा. जिन लोगों की तरफ से भी ऐसी दलीले दी जा रही हैं वह ठीक नहीं हैं. मोनू मानेसर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस केस में अगर उसकी कोई भूमिका होगी तो बख्शा नहीं जाएगा. लेकिन हम तथ्यात्मक चीजें एकत्रित कर रहे हैं. अनिल विज, गृह मंत्री, हरियाणा
नूंह हिंसा में अब तक दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हो चुकी है. इन जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. 8 जिलों में धारा 144 लागू है. 116 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं. पुलिस की 30 और 20 पैरामिलिट्री फोर्स की यूनिट केंद्र से मांगी गई है. इसमें से 14 यूनिट नूंह, 3 पलवल, 2 फरीदाबाद और एक गुरुग्राम में भेजी गई है. हिंसा में 50 से ज्यादा लोग घायल बताये जा रहे हैं. सीएम मनोहर लाल ने कहा है कि हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई गुनहगारों से की जायेगी.
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