फरीदाबाद: दिल्ली मुंबई वडोदरा एक्सप्रेसवे (delhi mumbai vadodara expressway) का निर्माण कार्य जारी है. फरीदाबाद के स्थानीय लोगों का आरोप है कि इससे डेढ़ सौ साल पुराने मोहना रोड की कनेक्टिविटी बंद हो जाएगी. इसलिए ग्रामीण इस एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी की मांग कर रहे हैं. इस मांग को लेकर ग्रामीणों ने निर्माणाधीन दिल्ली मुंबई वडोदरा एक्सप्रेसवे पर धरना (villagers protest in faridabad) शुरू कर दिया.
मंगलवार को ग्रामीणों के धरने का तीसरा दिन रहा. ग्रामीणों का आरोप है कि मोहना रोड सैकड़ों साल पुराना है. यहां से करीब 80 से 90 गांवों से ज्यादा के लोगों का आवागमन आए दिन रहता है. शहर से ग्रामीण क्षेत्र को जोड़ने वाला एकमात्र मोहना रोड ही है, लेकिन इस पर दिल्ली मुंबई वडोदरा एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा रहा है. जिससे की उनके गांवों की कनेक्टिविटी (faridabad mohana road connectivity) बंद हो जाएगी.
फरीदाबाद में ग्रामीणों का प्रदर्शन: दिल्ली मुंबई वडोदरा एक्सप्रेसवे से मोहना रोड कनेक्टिविटी की मांग ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें जो कनेक्टिविटी दी गई है वो थोड़ी दूरी पर है, उसका इस्तेमाल करने के लिए ग्रामीणों को घूमकर जाना पड़ेगा. इसलिए ग्रामीणों की मांग है कि जब तक मोहना रोड पर कनेक्टिविटी नहीं दी जाएगी, तब तक वो अपना धरना समाप्त नहीं करेंगे. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मांगी गई, तो ग्रामीण अनिश्चितकाल धरना देंगे. ग्रामीणों ने कहा कि इससे पहले महापंचायत भी की जाएगी. जिसमें आगामी रूपरेखा तैयार की जाएगी.
ये भी पढ़ें- सोनीपत में खनन कंपनियों के खिलाफ ग्रामीणों का प्रदर्शन, गावों में ट्रकों की एंट्री बैन करने की मांग
ग्रामीणों ने कहा कि अधिकारी से लेकर विधायक तक यहां तक कि वो इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ. ग्रामीणों ने साफ कर दिया है अगर जल्द ही उनकी मांग का समाधान नहीं हुआ तो पहले तो सभी गांवों की महापंचायत की जाएगी. फिर उसमें रूपरेखा तैयार कर बड़ा आंदोलन किया जाएगा. ग्रामीणों ने कहा कि अभी किसान गेहूं की फसल में व्यस्त है. फसल बुआई के बाद इस धरने को और तेज किया जाएगा.