सूरजकुंड मेले के आखिरी दिन विदेशी पर्यटक भी हरियाणवी रंग में रंगे नजर आए. फरीदाबाद:जी-20 और एससीओ डेलीगेशन की मेहमानवाजी का गवाह बना 36 वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला का समापन हो गया. मेले के आखिरी दिन हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दतात्रेय ने शिरकत की. जब हरियाणवी नागरिकों ने विदेशियों को गुड बाय कहा तो विदेशी पर्यटकों ने राम-राम से जवाब दिया. 3 फरवरी से चल रहे 36वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला का रविवार को समापन हो गया.
इस दौरान विशेषकर संघाई सहयोग संगठन के देशों और पार्टनर स्टेट नार्थ-ईस्ट राज्यों के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से आए कलाकार व शिल्पकार विदाई के समय एक दूसरे की संस्कृति में रंगे नजर आए. दो सप्ताह से ज्यादा समय तक एक साथ रहने के बाद मीठी यादों के साथ हुई यह विदाई शिल्पकारों और पर्यटकों के दिल में हमेशा रहेगी.
राज्यपाल बंडारू दतात्रेय ने सूरजकुंड मेले में शिरकत की. पढ़ें:Surajkund Mela 2023: सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में 'चरवाहे' की पेंटिंग के दिवाने हुए पर्यटक
सूरजकुंड मेला 2023 का शुभारंभ तीन फरवरी को भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया था. मेला प्राधिकरण द्वारा हरियाणवी संस्कृति का प्रतीक पगड़ियां पहनाकर मेहमानों का अतिथि सत्कार किया गया. करीब 17 दिन तक चले इस मेले में मेला समाप्ति पर एक दूसरे पर मिश्रित संस्कृति के मेलजोल का रंग चढ़ा हुआ दिखाई दिया.
सूरजकुंड मेले के आखिरी दिन रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए. पढ़ें:आज से हरियाणा विधानसभा बजट सत्र का आगाज, 23 फरवरी को वित्त मंत्री बजट करेंगे पेश
सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला में संघाई देशों से जुड़े पर्यटक और नागरिक 'आपणा घर' स्टॉल के समीप हरियाणवी पगड़ी बांधकर पूरी तरह से हरियाणवी रंग में रंगे नजर आए. मेले में देश- विदेशी पर्यटकों की भागीदारी से सरकार की पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा देने की मुहिम को बल मिला है. हालांकि मेला अथॉरिटी ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के लिए ढ़ाई हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया था.