फरीदाबाद: कोरोना के चलते पिछले 2 सालों से अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का आयोजन नहीं हुआ था, लेकिन इस बार आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध 35वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेले (Surajkund Mela Faridabad 2022) की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का आयोजन फरवरी 2022 में किया जाएगा. इसके लिए अरावली की पहाड़ियों में मौजूद सूरजकुंड में तैयारियां जोरों से चल रही हैं. ये मेला 4 फरवरी से शुरू होने जा रहा है जो 20 फरवरी तक चलेगा.
मेले के आयोजन से पहले बहुत बड़ी तैयारियां प्रशासन को करनी है क्योंकि दो साल से मेला न लगने के कारण मेले का परिसर पूरी तरह से खराब हो चुका है. मेले में बनी सभी दुकानें पूरी तरह से बेकार हो चुकी हैं. अब ऐसे में मेला प्रबंधन सभी दुकानों को दोबारा से बनाने का काम कर रहा है. सूरजकुंड मेले में इस बार करीब 1200 दुकानें तैयार की जा रही हैं. इन दुकानों को तैयार करने के लिए सैकड़ों की संख्या में मजदूर काम कर रहे हैं. सूरजकुंड मेले में दुकानों को तैयार करने से लेकर दीवारों की लिपाई तक का काम हरियाणवी ढंग से किया जा रहा है. दुकानों को लकड़ी बांस, बल्ली और फूंस की सहायता से तैयार किया जा रहा है.
दुकानों को मजबूत छत देने के लिए बांस बल्ली लगाए जा रहे हैं. सूरजकुंड मेले की यही सबसे बड़ी खासियत होती है कि इसमें बनने वाली सभी दुकानों को बिल्कुल हरियाणवी ढंग से बनाया जाता है. सूरजकुंड मेले की दीवारों की लिपाई गोबर और मिट्टी से की जाती है. ऐसे में पिछले 25 सालों से इस मेले की लिपाई का काम एक महिला ग्रुप के द्वारा किया जा रहा है. ये महिला ग्रुप पिछले महीने से लगातार मेले की दीवारों की लिपाई का काम कर रहा है.