फरीदाबाद: मंगलवार यानी आज से जेईई मेन्स परीक्षा विरोध के बावजूद शुरू हो गई है. कोरोना महामारी का गतिरोध झेलने के बाद जेईई की परीक्षा आज आयोजित की जा रही है. परीक्षा 6 सितंबर तक चलेगी. इस परीक्षा में भाग लेने वाले छात्र परेशान और असंतुष्ट नजर आ रहे हैं.
परीक्षा शुरू लेकिन असंतुष्ट दिखे छात्र
बता दें कि परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों का कहना है कि सरकार को कोरोना संकट के इस दौर में परीक्षा आयोजित नहीं करवानी चाहिए थी. शिवानी नाम की छात्रा ने सरकार से अपील की है कि सरकार के जेईई और नीट परीक्षा को सामान्य समय के आने तक टाल देना चाहिए. अगर सरकार ऑनलाइन परीक्षा करवाती तो भी सही रहता.
आज से शुरू हुए JEE मेन्स के एग्जाम, परीक्षा को लेकर परेशान नजर आए छात्र कोरोना का सता रहा डर
उन्होंने कहा कि छात्रों के सामने दो तरह की समस्याएं हैं. पहली समस्या परीक्षा केंद्रों तक पहुंचना और दूसरा इस महामारी के बीच अपने आप को बचाए रखना. छात्रों का कहना कि सरकार ऐसे समय में परीक्षा करवा रही है, जब कोरोना के मामले रोजाना 80 हजार के करीब सामने आ रहे हैं. अगर थोड़ी सी भी चूक हुई तो इसका अंजाम बहुत बुरा हो सकता है.
परीक्षा को लेकर तैयारी भी नहीं है पूरी
छात्रों का कहना कि कोरोना और लॉकडाउन की वजह से उनकी क्लासेस भी नहीं लग पाई और जो पढ़ाई होनी थी वो बिल्कुल भी नहीं हुई है. जिसकी वजह से उनकी तैयारी मुकम्मल नहीं हुई है. अगर सरकार थोड़ा समय दे देती तो वो अपनी तैयारी भी कर लेते. छात्रों ने सरकार से ये भी सवाल पूछा है कि यदि कोरोना की वजह से किसी छात्र के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ा तो उसका जिम्मेदार कौन होगा?
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इतने छात्र ले रहे हैं हिस्सा
बता दें कि इस साल जेईई-मुख्य परीक्षा के लिए 9.53 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है जबकि नीट के लिए 15.97 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है. शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी लिस्ट में जेईई परीक्षा के सेंटर्स 570 से बढ़ाकर 660 कर दिए हैं. जबकि नीट परीक्षा के सेंटर्स 2,846 से बढ़ाकर 3,843 कर दिए गए हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, जेईई मेन परीक्षा के लिए नंबर ऑफ शिफ्ट्स भी बढ़ा दी गईं हैं.
NTA की ये है तैयारी
पहले परीक्षा के लिए आठ शिफ्ट तय थीं, जो अब बढ़ाकर 12 कर दी गई हैं. यही नहीं प्रति शिफ्ट कैंडिडेट्स की संख्या घटाकर 1.32 लाख से 85,000 कर दी गई है. एनटीए ने एडमिट कार्ड रिलीज होने के साथ ही ये भी कहा है कि करीब 99 फीसदी कैंडिडेट्स को उनका चुना हुआ टेस्ट सेंटर दिया गया है.
परीक्षा के दौरान सभी सेफ्टी मेजर्स भी फॉलो किए जाएंगे. एनटीए ने कहा, 'सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए जेईई-मुख्य परीक्षा में छात्रों को परीक्षा कक्ष में एक सीट छोड़कर बैठाया जाएगा.'