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किस्सा हरियाणे का: फरीदाबाद में एक ऐसी झील जिसमें नहाने से हो जाती है मौत!

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Published : Mar 5, 2023, 6:14 AM IST

फरीदाबाद में एक ऐसी झील है, जिसमें नहाने से मौत कई लोगों की मौत हो चुकी है. इसे लोग डेथ वैली के नाम से भी जानते हैं. आखिर क्या है पूरा माजरा, पढ़े इस रोंगटे खड़े कर देने वाली स्टोरी को.

death valley in faridabad
death valley in faridabad

फरीदाबाद की डेथ वैली

फरीदाबाद: दिल्ली से सटे फरीदाबाद के अरावली के जंगलों के बीच एक ऐसा झील है जो दूर से देखने मे जितना सुंदर लगता है नजदीक से उतना ही खतरनाक है. इस झील के बारे में सुनने के बाद आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. कुछ लोग इस झील को एक अभिशाप मानते हैं तो कुछ लोग इसे दैत्य शक्ति बताते हैं. यही वजह है कि यहां पर सन्नाटा पसरा रहता है.

अगर कोई व्यक्ति यहां घूमने चला भी गया और जिंदा वापस लौट आया तो वह अपने आपको बहुत ही ज्यादा खुशनसीब महसूस करता है. हालांकि इस झील के बारे में लोग बात करना भी पसंद नहीं करते हैं क्योंकि आए दिन इस झील में किसी ने किसी की जान चली जाती है. कभी नहाते हुए इंसान डूब जाता है तो कोई सेल्फी लेने के चक्कर में इसमें गिर जाता है. हालांकि मान्यता यह भी है कि इस झील में दैत्य का वास है और यही वजह है कि प्रकृति के इतने नजदीक होने के बावजूद भी इस झील के पास कोई जाना नहीं चाहता है और इसी कारण से इस झील को लोग इसे डेथ वैली के नाम से जानते हैं.

फरीदाबाद में खूनी झील

फरीदाबाद में खूनी झील:डेथ वैली के नाम से मशहूर ये खूनी झील 7 खदानों का एक संग्रह है. स्थानीय लोगों की माने तो 1990 तक अरावली के जंगलों में धड़ल्ले से खनन किया जाता था लेकिन हरियाणा सरकार ने 1991 में खनन पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसके बाद अरावली की पहाड़ियों में फरीदाबाद गुरुग्राम समेत कई खादानों में अचानक जमीन का पानी जमा हो गया और पानी भी बिल्कुल साफ और नीले कलर का, जिसके बाद लोगों का यह पिकनिक स्पॉट बन गया. भारी तादाद में लोग दिल्ली एनसीआर से यहां पर पिकनिक मनाने आने लगे लेकिन जैसे-जैसे लोगों की संख्या बढ़ती गई वैसे-वैसे घटनाएं भी बढ़ती गई. स्थानीय लोगों की मानें तो 100 से ज्यादा लोगों की इस झील में डूबने से मौत हो चुकी है.

वीरान पड़ी झील: अभी तक इसका अनुमान नहीं लगाया का सका है कि ये झील कितनी गहरी है क्योंकि इस झील के बारे में सुनते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. हालांकि जब घटनाएं बढ़ने लगी तो उसके बाद यहां पर स्थानीय प्रशासन ने नहाने पर प्रतिबंध लगा दिया और धीरे-धीरे यहां पर लोगों का आवागमन भी कम हो गया. स्थिति आज ऐसी है कि ये झील पूरी तरह से वीरान है. मान्यता यह भी है कि यहां पर जाने वाले व्यक्ति अपने आपको इस झील में नहाने से नहीं रोक पाते हैं क्योंकि इसका साफ और नीला पानी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है और यही वजह है कि लोग सुधबुध खोकर इस झील में नहाने को मजबूर हो जाते हैं.

वीरान पड़ी झील

झील के रास्ते में हैं कांटेदार पेड़: अगर अब इस झील की तरफ कोई व्यक्ति जाता भी है तो पूरी सुरक्षा के साथ जाता है और झील को दूर से ही देखता है. लोग अब हिम्मत जुटा नहीं पा रहे हैं कि झील के पानी को करीब से देख सके लेकिन ईटीवी भारत ने स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन की मदद से इस झील का दौरा किया. इस दौरान झील तक जाने वाले रास्ते में कांटेदार कीकर के पेड़ों से गुजरते हुए, पहाड़ों के बीच से जिस पर लगभग चलना भी मुश्किल था, इन रास्तों से होते हुए ईटीवी भारत झील के करीब पहुंचा तो जैसा झील के बारे में सुना था वैसे ही देखने को मिला. बिल्कुल साफ पानी नीले कलर का और वहां पहुंचने के बाद निगेटिविटी भी ज्यादा महसूस हो रही थी.

नहाने से हो जाती है मौत:इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत में स्थानीय युवक शाका गुर्जर ने बताया अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत यहां हो चुकी है. उसने बताया कि मैंने खुद कई लोगों डूबने से बचाया है. अब यहां पर प्रशासन ने मना कर दिया है, लेकिन फिर भी गर्मियों के दिनों में लोग खूब नहाते हैं. अब गर्मी आ रही है लोग नहाएंगे हालांकि हादसे भी बहुत होते हैं. हम लोग बचपन से यही रह रहे हैं तो हमें डर नहीं लगता है. लेकिन मौतों की वजह से झील को डेथ वैली नाम से लोग जानते हैं. ग्रामीण ने बताया कि लोग ड्रिंक करके यहां आते हैं यही कारण है कि झील में उतरते ही उन्हें कुछ भी होश नहीं रहता और वह हादसे का शिकार हो जाते हैं.

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गौरतलब है कि यह झील अब वीरान रहती है. यहां पर जहां एक ओर दैत्य शक्तियों का वास है, वहीं दूसरी ओर जंगली जानवरों का भी ज्यादा खतरा रहता है और यही वजह है कि झील के पास लोग जाने की हिम्मत जुटा नहीं पाते हैं क्योंकि इस झील का नाम सुनते ही लोगों में डर पैदा होता है.

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