फरीदाबाद: कोरोना महामारी की वजह से हरियाणा में एक बार फिर से लॉकडाउन लगने के बाद व्यापार जगत पर बुरा असर पड़ा है, खासतौर पर छोटे उद्योगों के सामने एक बार फिर से मुसीबत खड़ी हो गई है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से बहुत से उद्योग पहले ही बंद हो चुके हैं और जो चल रहे हैं वहां काम करने के लिए कुशल कामगारों की कमी है. अब आलम ये है कि बहुत सी छोटी फैक्ट्रियों पर कभी भी ताला लग सकता है.
डीएलएफ इंडस्ट्रीज के प्रेसिडेंट जेपी मल्होत्रा का कहना है कि साल 2020 में लॉकडाउन के बाद जैसे तैसे छोटे उद्योगों ने अपने आप को संभाला लेकिन इस वर्ष फिर से वही स्थिति पैदा हो गई है और कुशल कामगारों की कमी के चलते छोटे उद्योगों पर संकट मंडरा रहा है. उनका कहना है कि हमारी तरफ से मजदूरों को यहां रोकने की पूरी कोशिश की जा रही है.
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जेपी मल्होत्रा का कहना है कि इन उद्योगों में प्रोडक्शन चाहे पहले जितना नहीं हो रहा हो लेकिन फैक्ट्रियों के बिजली का बिल और किराए के साथ-साथ मजदूरों का वेतन सहित अन्य खर्चे छोटे कारोबारियों के सामने खड़े हुए हैं.
फरीदाबाद में बहुत सारे उद्योग ऐसे हैं जो गर्मियों के सीजन का माल जैसे, कूलर, पंखा सहित दूसरे सामान तैयार करते हैं. लेकिन अब लेबर के ना मिलने से गर्मियों के मौसम में वो माल तैयार नहीं कर पा रहे हैं जो कि लघु उद्योगों के लिए सबसे बड़ी समस्या बन चुका है.