फरीदाबाद: आज के आधुनिक युग में हर किसी की जेब में नगदी हो ना हो लेकिन एटीएम कार्ड जरूर होगा है जिसकी मदद से वो अपनी सहुलियत के हिसाब से एटीएम मशीन से रुपये निकाल कर भुगतान कर सकता है. एटीएम कार्ड की सबसे ज्यादा जरूरत त्योहारी सीजन या फिर शादियों के समय होती है, इस वक्त में आप जब चाहे तब रुपये निकाल कर खर्च कर सकते हैं. लेकिन इन दिनों फरीदाबाद में एटीएम कार्ड का इस्तमाल करने वाले ज्यादतर लोग बेहद परेशान है.
ट्रांजैक्शन के नाम पर 24 रुपये शुल्क कटने से परेशान लोग
लोगों का कहना है कि शहर में लगी आधी से ज्यादा एटीएम मशीनों में रुपये नहीं होते तो कुछ एटीएम खराब पड़े हैं और अगर उनके बैंक के अलावा किसी अन्य बैंक के एटीएम मशीन से ट्रांजैक्शन की जाए तो खाते से शुल्क के नाम पर 24 रुपये काट लिए जाते हैं जिससे आम नागिरक काफी परेशान है.
आधुनिक युग में लोगों के लिए मुसीबत बनी ATM मशीन लोगों का कहना है कि जनता की सहूलियत के लिए बैंक के द्वारा एटीएम मशीनें प्रदान की जाती हैं जिससे कोई भी खाताधारक कहीं से भी अपने खाते से पैसा निकाल सकता है और जब हम किसी दूसरे बैंक का एटीएम मशीन यूज करते हैं तो इससे हमारे बैंक की मोटी कमाई होती है.
दूसरे बैंक की एटीएम मशीन यूज करने से बैंक की मोटी कमाई
दरअसल हर कोई बैंक का अपने उपभोक्ता को पांच निशुल्क नकदी निकासी ट्रांजैक्शन देता है यानी कि उपभोक्ता पांच बार किसी दूसरे बैंक की एटीएम मशीन से बिना किसी शुल्क के पैसा निकाल सकता है. लेकिन इन ट्रांजैक्शन के खत्म होने के बाद जब उपभोक्ता अपने एटीएम से संबंधित बैंक की मशीन का प्रयोग ना करके दूसरे बैंक की एटीएम मशीन का प्रयोग करता है तो इसके लिए 5,000 रुपये की ट्रांजैक्शन पर उससे 24 रुपये वसूल लिए जाते हैं और इन पैसों का उपभोक्ता को कोई फायदा नहीं होता ना ही उसे कोई सुविधा मिलती है.
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बैंक उपभोक्ताओं ने कहा कि जब भी किसी बैंक की अपनी एटीएम मशीन में पैसा ना हो या फिर उसमें किसी और प्रकार की समस्या हो तो उसकी जिम्मेदारी बैंक को तय करनी चाहिए और उनकी मशीन में समस्या होने पर उपभोक्ता के खाते से पैसे नहीं कटने चाहिए इसकी जवाबदेही भी बैंक की ही होनी चाहिए.
बैंक के उपभोक्ताओं का मानना है कि शुल्क के नाम पर लिए जाना वाला ही पैसा बंद होना चाहिए क्योंकि इसके बदले उनको कोई सुविधा नहीं मिलती और उनकी मजबूरी है कि उनको दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालना पड़ता है अगर उनकी खुद की मशीनें सही रहेंगे तो वह दूसरे बैंकों की मशीन से पैसा क्यों निकालेंगे.