फरीदाबाद:26 अक्टूबर को बल्लभगढ़ के कॉलेज से बाहर सरेआम गोली मारकर निकिता तोमर की हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद से ही निकिता के परिजन सरकार के नुमाइंदों से मिलकर अपनी मांगों को पूरा करने की मांग कर रहे थे. अब निकिता के परिजनों के सब्र का बांध टूट गया है. निकिता के परिवार ने 30 जनवरी से आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है.
निकिता के परिवार के लोगों का भरोसा सरकार से उठ चुका है और परिवार के लोग कह रहे हैं कि सरकार ने उनके साथ धोखा किया है और अब परिवार आत्महत्या भी कर सकता है.
30 जनवरी से आमरण अनशन करेगा निकिता तोमर का परिवार गौरतलब है कि निकिता हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था और हरियाणा मैं बीजेपी के नेतृत्व की सरकार ने निकिता के परिवार के लोगों को आश्वासन देकर उनकी मांगें पूरी करने का वादा भी किया था, लेकिन जैसे-जैसे वक्त गुजरता गया वैसे-वैसे सरकार के नुमाइंदे निकिता के परिवार के किए वादों को भूलते चले गए.
निकिता के परिजनों ने सुबह के वक्त मुख्यमंत्री मनोहर लाल से दिल्ली में मुलाकात की, लेकिन परिजनों का आरोप है कि सीएम के साथ हुई बैठक में कुछ हाथ नहीं लगा. परिवार के लोगों की मानें तो करीब 3 महीने से सरकार के नुमाइंदे उन को गुमराह करते आ रहे थे.
परिवार के लोगों का आरोप है कि जिस समय निकिता की हत्या गोली मारकर की गई थी उस समय कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा से लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर सहित तमाम भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता उनके निवास पर पहुंचे थे और उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब उनको पता चला है कि नुमाइंदों द्वारा उनके साथ धोखा किया गया है.
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निकिता के मामा ने कहा कि 30 जनवरी को निकिता का जन्मदिन है और जन्मदिन के मौके पर निकिता का पूरा परिवार उसी कॉलेज के बाहर आमरण अनशन शुरू करेगा, जहां निकिता को गोली मारी गई थी.