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फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, पोस्टर पर अनिल विज के नाम में Spelling Mistake

हरियाणा के फरीदाबाद सिविल अस्पताल की लापरवाही (Negligence of Faridabad Civil Hospital) का मामला सामने आया है. जहां मुख्यमंत्री स्वास्थ्य विभाग सर्वेक्षण योजना के तहत पोस्टर को लगवाया गया है. जबकि हैरानी की बात ये है कि एक महीने से ये गलत पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए थे.

Health minister's name wrong in the poster
पोस्टर में स्वास्थ्य मंत्री का नाम गलत

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Published : Dec 28, 2022, 8:00 PM IST

फरीदाबाद सिविल अस्पताल की लापरवाही.

फरीदाबाद: हरियाणा के गब्बर कहे जाने वाले गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को कौन नहीं जानता, लेकिन शायद फरीदाबाद के सिविल सर्जन और जिला उपायुक्त स्वास्थ्य और गृहमंत्री के नाम को (Anil Vij spelling mistake on poster) नहीं जानते. बता दें कि फ़रीदाबाद के सिविल अस्पताल से लापरवाही का (Negligence of Faridabad Civil Hospital) मामला सामने आया है. जहां मुख्यमंत्री स्वास्थ्य विभाग सर्वेक्षण योजना के तहत पोस्टर को लगवाया गया है.

जिसमे हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Health Minister Anil Vij) के नाम को ना केवल गलत लिखा है बल्कि (Anil Vij spelling mistake on poster) गलत नाम से बने बैनर को पूरे शहर में लगवा भी दिया. हालांकि इस पोस्टर को अस्पताल के मेन गेट से लेकर पूरे शहर में लगे एक महीना बीत चुका है. आज जब इस मामले में फरीदाबाद के सिविल सर्जन विनय गुप्ता से बात की गई तो वह सवाल का जवाब देने की बजाय बगलें झांकते नजर आए.

स्वास्थ्य विभाग ने छपवाए गलत नाम वाले पोस्टर

साथ ही कैमरे पर चुप्पी साध ली और आनन-फानन में पोस्टर को मेन गेट से हटवा लिया, लेकिन इतनी बड़ी लापरवाही शहर के लोगों में पढ़े लिखे अधिकारियों के प्रति क्या संदेश जाएगा. अब देखना है कि मंत्री जी इस मामले में क्या संज्ञान लेते हैं. गौरतलब है कि प्रदेश में आठ साल तक मंत्री पद संभालने वाले राज्य के गृहमंत्री अनिल विज का सही नाम क्या है, फ़रीदाबाद के सिविल सर्जन और जिला प्रशासन को नहीं पता. ये हम नहीं बल्कि प्रशासन द्वारा बनवाए गए बैनर बता रहा है.

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पूरे शहर में इस तरह के दर्जनों बैनर सार्वजनिक स्थानों पर लगे हैं, लेकिन कमी किसी को नजर नहीं आ रही है. वहीं, प्रशासनिक अधिकारी भी इस इस लापरवाही पर चुप्पी साधे बैठे रहे. न तो उनके पास अपनी इस लापरवाही का कोई जवाब है और न ही किसी को कोई सुध है.

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