फरीदाबादःयूं तो देश की स्मार्ट सिटी कहे जाने वाले फरीदाबाद में आपके हर तरह की सुविधा मिलेगी. चाहे वो मेट्रो हो, हाइस्पीड इंटरनेट हो या फिर रहन सहन हो. लेकिन इसी स्मार्ट सिटी में महिलाओं को सबसे ज्यादा अगर किसी परेशानी से जूझना पड़ता है तो वो है सुलभ शौचालय की समस्या.
महिलाओं की समस्या
फरीदाबाद में अधिकांश सार्वजनिक शौचालय बंद रहते हैं और कुछ में पानी भी नहीं होता. शहर के कई इलाकों में सुलभ शौचालय बनाए तो गए हैं लेकिन स्पेशली महिलाओं के लिए कहीं भी कोई शौचालय नहीं है. जिसके चलते जब महिलाएं कहीं बाहर जाती हैं तो इमरजेंसी में उन्हें गंदे पड़े शौचालयों का इस्तेमाल करना पड़ता है.
फरीदाबाद में महिलाओं के लिए शौचालय का अभाव! देखिए रिपोर्ट फरीदाबाद में 330 सार्वजनिक शौचालय
फरीदाबाद के विभिन्न इलाकों में करीब 330 सार्वजनिक शौचालय हैं, इन में कुछ शौचालयों को पक्का निर्माण करके स्थायी बनाया गया है, जबकि कुछ पोर्टेबल हैं. लेकिन इन सार्वजनिक शौचालयों की हालत रखरखाव के अभाव में बदत्तर हो चुकी है. कई इलाकों में रखे गए शौचालयों में इतनी गंदगी होती है कि महिलाएं उनके अंदर जाने की हिम्मत तक नहीं कर पाती. बदबू के चलते उनके बाहर से गुजरना दूभर है.
महिलाओं की अपील
महिलाओं ने सरकार से अपील की है कि उनके लिए सार्वजनिक जगहों जैसे मार्केट, कॉलेज-स्कूल के आसपास, मेट्रो के आसपाल महिला स्पेशल शौचाचय बनवाए जाएं, ताकि उन्हें किसी भी एमरजेंसी में शौचाचय का इस्तेमाल करने में कोई दिक्कत ना हो.
ये भी पढ़ेंः एक शस्त्र लाइसेंस पर 2 से अधिक हथियार रखने वाले धारकों का लाइसेंस होगा रद्द
2 करोड़ 19 लाख की लागत से बने 10 शौचालय
फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विभिन्न सेक्टरों में करीब 2 करोड़19 लाख रुपये की लागत से दस स्मार्ट शौचालय बनाए हैं. लेकिन इनका रखरखाव भी समुचित नहीं है. हालांकि एसडीएम ने आश्वासन दिया है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत लोगों को स्वच्छ शौचालय उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है और अगर इस तरह से महिलाओं को कोई परेशानी उठानी पड़ रहे हैं तो इस पर जरूर विचार किया जाएगा.
हर साल लाखों रुपये होते हैं खर्च
बता दें कि फरीदाबाद नगर निगम द्वारा इस समय लगभग 30 से ज्यादा सुलभ शौचालय का संचालन किया जा रहा है. इसके अलावा स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर लाखों रुपए का बजट भी हर साल सुलभ शौचालय पर खर्च किया जाता है. लेकिन उसके बावजूद मेट्रो सिटी फरीदाबाद में आज भी महिलाओं को घर से निकलने पर शौचालय जाने को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ता है.