फरीदाबाद: सर्दियों के मौसम में गाड़ी के अंदर हीटर का इस्तेमाल करना आम बात है. सफर करने के दौरान लोग कार के अंदर लगे ब्लोअर का खूब इस्तेमाल करते हैं. इसका इस्तेमाल कार में बैठे लोग सर्दियों से बचने के लिए करते हैं. अक्सर देखा जाता है कि चलती कार में ही नहीं बल्कि कार खड़ी रहने पर भी लोग ब्लोअर चला देते हैं. बहुत सारे लोग कार में लगे हीटर का इस्तेमाल बिना जानकारी के लापरवाही के साथ करते हैं. यही लापरवाही उनकी जान पर भी भारी पड़ जाती हैं. कार चलाते वक्त ब्लोअर के क्या-क्या नुकसान हैं और इस नुकसान से बचने के लिए कौन-कौन से उपाय किए जा सकते (Car Blower Precaution) हैं. इस बारे में हमने डॉक्टर पवन अग्रवाल से बातचीत की.
फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग में एमडी, होम्योपैथिक डॉ. पवन अग्रवाल ने बताया कि जब लंबे समय तक चलती गाड़ी में गर्म हीटर चलता रहता है. बाहर से आने वाली हवा के लिए एंट्री प्वाइंट को खोला नहीं गया है. तब इस वजह से हीटर की गर्म हवा गाड़ी के अंदर ही घूमती रहती है. एक वक्त ऐसा आता है जब यह बेहद विषैली हो जाती है और गाड़ी के अंदर बैठे लोगों के दिमाग पर असर डालने लगती है. जब इसका असर शुरू होता है तो गाड़ी के अंदर बैठे लोगों को इसका अहसास भी नहीं होता कि उनका शरीर धीरे-धीरे सुन्न हो चुका है. गाड़ी चलाने वाले का शरीर किसी भी काम को करने में निष्क्रिय हो जाता है. गाड़ी पर उनका संतुलन नहीं रहता और सड़क हादसे की काफी हद तक यही वजह बन जाता है.
डॉक्टर अग्रवाल ने बताया कि पाकिस्तान के एक टूरिस्ट प्लेस में गाड़ियों के अंदर बैठे हुए 22 लोगों की मौत हुई है. इसकी कहीं ना कहीं यही वजह रही है कि लोगों ने ठंड से बचने के लिए गाड़ी में लगे हीटर को लंबे समय तक चलाया. इस दौरान बाहर से आने वाली हवा के सारे रास्ते बंद होने से गाड़ी के अंदर की ऑक्सीजन धीरे-धीरे खत्म हो गई. कार्बन मोनोऑक्साइड में उनको अपनी चपेट में ले लिया. इसीलिए सर्दियों के मौसम में कार के अंदर ब्लोअर का इस्तेमाल करते वक्त कई प्रकार की सावधानियों का बरतना बेहद जरूरी है.
उन्होंने कहा कि जब भी हम गाड़ी के अंदर गर्म हीटर का इस्तेमाल करते हैं तो प्रत्येक गाड़ी में बाहर की हवा अंदर लाने के लिए अलग से एंट्री प्वाइंट का ऑप्शन होता है. ऐसे में बाहर की हवा अंदर आने से आपको थोड़ी सर्दी जरूर महसूस होगी लेकिन गर्म हीटर से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड अंदर से खत्म होती रहेगी. इससे आप को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती रहेगी. गाड़ी चाहे पेट्रोल-डीजल से चल रही हो या फिर सीएनजी से वह कार्बन मोनोऑक्साइड गैस पैदा करती है. ये गैस गर्म हीटर चलाने से पैदा होती है. हीटर चलाते वक्त फ्रेश एयर मोड को ऑन रखना चाहिए ताकि गाड़ी के अंदर बाहर की हवा निकलती रहे. अगर आप कार को लंबे सफर पर ले जा रहे हैं तो उससे पहले ही उसके एग्जॉस्ट सिस्टम को चेक करा लेना चाहिए.