फरीदाबाद:हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले 24 साल के कार्तिक शर्मा ने जज बनकर इतिहास रच दिया है. फरीदाबाद की गांधी कॉलोनी के रहने वाले कार्तिक शर्मा ने हरियाणा ज्यूडिशियल एग्जाम (बीसीए कैटेगरी) में प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल (Haryana Judicial Service) किया है. आज हर तरफ कार्तिक शर्मा की तारीफ हो रही है. उन्होंने सिद्ध कर दिया है कि जहां चाह होती है वहीं राह भी है.
कार्तिक शर्मा ने 12वीं तक की पढ़ाई फरीदाबाद में की है. उसके बाद उन्होंने गुरुग्राम स्थित लॉ कॉलेज में एडमिशन लिया जहां से उन्होंने एलएलबी किया है. उसके बाद दिल्ली से उन्होंने LLM की पढ़ाई (Karthik sharma becomes judge in Faridabad) की. कार्तिक बताते हैं कि उनके पिता दिनेश शर्मा भी पेशे से एक वकील थे. जिनका जून 2022 में स्वर्गवास हो गया. पिता की मौत के बाद से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. घर में कमाने वाले सिर्फ कार्तिक शर्मा के पिता थे. इन सब से जूझते हुए कार्तिक ने कभी हार नहीं मानी और यही वजह है कि अब जज बनकर उन्होंने मिसाल पेश की है.
कार्तिक शर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि बचपन से ही उनके पिता उन्हें जज के रूप में देखना चाहते थे. आज उनके पिता का सपना पूरा हो गया है. कार्तिक ने कहा कि पिताजी मेरे साथ नहीं है लेकिन उनका आशीर्वाद हमेशा साथ है. उन्होंने बताया कि पिताजी एक चिट्ठी छोड़कर चले गए थे जिसमें लिखा था कि अगर मुझे कुछ होता है तो आप किसी भी तरह की मदद अपने ताऊ महेश शर्मा और मेरे मित्र वकील कुणाल कांत शर्मा से ले लेना. यही वजह है कि कुणाल कांत शर्मा और उनके ताऊ महेश शर्मा ने हमेशा उनका सपोर्ट किया.