फरीदाबाद में लगभग 15 हजार लोगों को अपना आशियाना छीन जाने का डर सता रहा है. लोग दहशत में हैं. परेशान हैं. कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा. क्योंकि प्रशासन ने 25 तारीख तक बसंतपुर, अगवानपुर, इस्माइलपुर गांव में यमुना बांध के साथ बने हुए मकान को तोड़ने का नोटिस जारी किया है. ये नोटिस लोगों के घर के बाहर प्रशासन द्वारा चिपकाया गया है.
ये भी पढ़ें- फरीदाबाद प्रशासन की अवैध कब्जों पर कार्रवाई, सरकारी जमीन पर बने घरों को बुलडोजर से ढहाया
इस नोटिस में लिखा है कि 'सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि बसंतपुर, भगवानपुर, इस्माइलपुर गांव में यमुना बांध के साथ बने अवैध निर्माण के खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही है. जिन पर निगम प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी. इसलिए आप सभी को सूचित किया जाता है कि आप सभी अपना समान 5 दिन के अंदर स्वयं हटा लें. नहीं तो जो भी नुकसान होगा. उसके हर्जे एवं खर्च के आप खुद जिम्मेदार होंगे.' यही वजह है कि लोग परेशान हो रहे हैं.
स्थानीय लोगों को अपनी जमा पूंजी से बने हुए घर को खोने का डर सता रहा है, इसलिए आज स्थानीय लोगों ने मिलकर एक महापंचायत का आयोजन किया. जिसमें कई फैसले लिए गए. ग्रामीणों ने फैसला कि वो धरने पर बैठेंगे और जरूरत पड़ी तो कोर्ट भी जाएंगे. ग्रामीणों ने फैसला किया कि अगर सरकार हमारी जमीन या हमारा घर हमसे छीनती है, तो इसकी जगह हमें इसका मुआवजा मिलना चाहिए. महापंचायत को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा.
ये भी पढ़ें- फरीदाबाद में नशा तस्करों के घर पर चला पीला पंजा, बाकी ड्रग स्मगलर्स की लिस्ट तैयार कर रही पुलिस
स्थानीय लोगों ने कहा कि हमने अपने खून पसीने की मेहनत से अपना घर बनाया है. अब सरकार कह रही है कि इसे तोड़ा जाएगा. जब हमने जमीन ली और घर बनाया, तब सरकार कहां थी. जब हमारा यहां पर वोटर कार्ड बना, राशन कार्ड बना सभी डाक्यूमेंट्स यहां पर बने, तब सरकार कहां थी और अब सरकार कह रही है कि हम इसे तोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हम हरगिज अपना घर खाली करके नहीं जाएंगे. वहीं मौके पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि यहां पर महापंचायत हो रही है क्योंकि इनके पास नगर निगम की तरफ से मकान खाली करने का नोटिस आया है. उन्होंने सभी लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन करने की अपील की.