फरीदाबादः नए मोटर व्हीकल एक्ट के लागू होने के बाद से लोगों को सड़क नियमों के प्रति जागरूक करने का अभियान लगातार जारी है. फरीदाबाद पुलिस ने रविवार को इसी कड़ी में हेलमेट बनाने वाली निजी कंपनी के साथ मिलकर सड़क नियमों का पालन नहीं करने वाले लोगों को जागरुक किया. इस दौरान जिन लोगों ने हेलमेट नहीं पहने थे उन्हें फ्री में हेलमेट वितरित किए गए.
क्या है पुलिस का मकसद!
इस मौके पर डीसीपी एनआईटी अर्पित जैन ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सड़क के नियमों का लोग पालन करें ताकि दुर्घटनाएं कम हो. उन्होंने कहा कि पुलिस का मकसद चालान काटना नहीं है, लोगों को दुर्घटनाओं से बचाने का है. डीसीपी ने कहा कि अगर लोग रोड सेफ्टी के नियमों का लोग पालन करेंगे तो इससे उन्हीं की जिंदगी बचेगी.
मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर फरीदाबाद में जागरुकता अभियान आमजन प्रभावित
गौरतलब है कि पुलिस प्रशासन की इस पहल से लोग सड़क नियमों का तो पालन करेंगे ही वहीं इसके साथ आए दिन बढ़ रही सड़क दुर्घटानाओं पर भी अंकुश लग सकता है. हालांकि जब सरकार ने ये नया नियम लागू किया उस वक्त तो लोगों में इसके प्रति रोष भी दिखाई दिया था लेकिन अब जब पुलिस प्रशासन द्वारा चालान काटने की बजाय ऐसे कदम उठाकर उन्हें जागरुक किया जा रहा है तो कहीं ना कहीं आमजन भी इससे प्रभावित हो रहा है.
ये है नया मोटर वाहन संशोधन कानून
बता दें कि 1 सितंबर से नया मोटर वाहन संशोधन कानून लागू होने के बाद यातायात नियमों को तोड़ने वालों को अब पहले के मुकाबले ज्यादा जुर्माना देना पड़ रहा है. चंडीगढ़ में भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. जिसके चलते पहले जो चालान 100 रुपये , 200 रुपये और 300 रुपये में देकर लोग आसानी से छूट जाते थे, अब वही चालान दोगुने से तिगुने तक हो गये हैं.
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