हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

आवारा जानवरों से फरीदाबाद बेहाल! शहर को कैटल फ्री बनाने का किया था वादा - stray animals faridabad

फरीदाबाद में हर जगह आवारा पशुओं की भरमार हो गई है. लोगों का कहना है कि शहर में गौशाला होने के बावजूद ये गाय सड़कों पर घूम रही है. दो साल पहले प्रशासन ने किया था शहर को कैटल फ्री बनाने का वादा.

faridabad stray animal

By

Published : Sep 17, 2019, 11:15 AM IST

फरीदाबाद: जिले के हर जगह आवारा पशुओं की भरमार हो गई है. इन आवारा पशुओं की वजह से सड़कों पर रोजाना दुर्घटना घटती है.फरीदाबाद में सड़क से लेकर कूड़ेदान तक हर जगह आपको आवारा पशु घूमते हुए दिख जाएंगे.

शहर को कैटल फ्री बनाने का किया था वादा

आपको बता दें कि अक्टूबर 2017 में शहर के नगर निगम कमिश्नर समीरपाल सरो ने एक प्रेस वार्ता करके कहा था कि जनवरी 2019 तक फरीदाबाद को आवारा पशु मुक्त शहर घोषित करके खूब वाहवाही लूटी थी. लेकिन 2017 से लेकर 2019 तक कुछ नहीं बदला. आवारा पशुओं की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है.

आवारा जानवरों से फरीदाबाद बेहाल, क्लिक देखें वीडियो

रोजाना होती है सड़क दुर्घटना

आवारा पशुओं की वजह से सड़कों से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं. लेकिन सरकार से लेकर प्रशासन और नगर निगम तक कोई ध्यान नहीं दे रहा है.

ये भी जाने-हमें नहीं चाहिए भारत की नागरिकता, म्यांमार शांत होने पर वापस लौट जाएंगे- रोहिंग्या

प्रशासन कर रहा है अनदेखी

सड़कों से गुजरने वाले वाहन चालकों की माने तो बाईपास पर आवारा गोवंश के चलते कई बार हादसे का शिकार होते-होते बच जाते हैं और कई बार तो हादसे हो भी चुके है. ये अनदेखी नगर निगम प्रशासन की निष्क्रियता को दिखाता है.

गौशाला होने के बाद भी सड़कों पर गाय

शहर में दर्जनों की संख्या में गौशाला भी खुली हुई हैं, जिनके नाम पर लाखों रुपए का चंदा भी इकठ्ठा होता है और सरकार से भी पैसा मिलता है. लेकिन गाय सड़कों पर है और कूड़ा और पॉलीथीन खाने को मजबूर है.

शिकायतकर्ता ने कही ये बात

वही इस पूरे मामले में शिकायत करने वाले शिकायतकर्ता एलएन पराशर का कहना है कि सरकार अच्छी नीति बनाती है, लेकिन निचले स्तर के संबंधित अधिकारी सरकार की उन्हीं नीतियों को पलीता लगाते हुए धूमिल कर देती है. इसके लिए उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, जिला उपायुक्त और नगर निगम को लिखित में पत्र लिखकर शिकायत की है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details