फरीदाबाद:कोरोना (coronavirus) का खतरा कम हुआ नहीं कि अब ब्लैक फंगस (black fungus) की फांस से लोग परेशान हैं. लोगों की परेशानी सिर्फ बीमारी ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य सिस्टम भी है. इसी स्वास्थ्य सिस्टम की मार महेंद्र झेल रहे हैं. महेंद्र की मां को एक महीने पहले कोरोना हुआ था. इसके बाद उन्हें स्टेरॉइड्स दिए गए. कोरोना तो ठीक हो गया, लेकिन वो ब्लैक फंगस से संक्रमित हो गईं. इस दौरान महेंद्र को इलाज के लिए इंजेक्शन (black fungus injection shortage) नहीं मिले और उनकी मां की एक आंख निकालनी पड़ी.
महेंद्र ने बताया कि उनकी मां को 13 मई को ब्लैक फंगस डायग्नोज हुआ. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने सरकार से गुहार लगाई कि इलाज के लिए कारगर इंजेक्शन उपलब्ध करवाए जाएं, लेकिन जितने मिलने चाहिए थे उतने नहीं मिले. महेंद्र ने बताया कि डॉक्टर के मुताबिक उनकी मां को रोजाना 6 इंजेक्शन दिए जाने थे. लेकिन उन्हें 7 दिनों में सिर्फ 4 ही इंजेक्शन मिले.
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