फरीदाबाद: प्रीति जैसों को देखकर ही डॉग लवर कोट्स (dog lover quotes ) शायद बनाए गए हैं. ये कोट्स मनुष्य और डॉग की दोस्ती (dog friendship) को अच्छे से समझाते हैं.करीब 10 साल पहले प्रीति की जिंदगी बिलकुल अलग थी. वे यूपीएससी की तैयारी कर रही थीं. पहले दौर की परीक्षा पास कर चुकी थीं. साथ ही मिस हरियाणा चुनी गईं थीं.तब भविष्य अलग दिशा में बनाने का लक्ष्य था. पर एक घटना ने सब कुछ बदल दिया.अब वे अपनी पहचान पशु प्रेमी के रूप में बना चुकी है. कुत्तों और गाय की सेवा कर रही हैं.
कैसे बदली जिंदगी ?ईटीवी भारत से बातचीत में प्रीति दुबे ने बताया,'2013 में यूपीएससी का प्रारंभिक एग्जाम पास किया था.इसके बाद मैं अगले एग्जाम की तैयारी कर रही थी. इसी बीच गली में रहने वाले कुत्ते के ऊपर किसी ने गाड़ी चढ़ा दी.इसकी वजह से वो चल नहीं पा रहा था.बुरी तरह से घायल था.डॉक्टर के पास उसे लेकर गए, तो डॉक्टर ने कहा कि कुत्ता जिंदगी में कभी अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकता है. इसको मुक्ति दिला दीजिए.मैंने तय किया कि कुत्ते की सेवा करूंगी. धीरे-धीरे वह ठीक हो गया. वो चलने भी लगा.इसके बाद मेरे दिल में पशु प्रेम की भावना जागी.' प्रीति ने एक एनजीओ भी बना लिया है. इसमें इन दिनों 21 बीमार कुत्तों का इलाज चल रहा है. वहीं 100 से ज्यादा कुत्तों की देखभाल रोज हो रही है. इनको रेबीज के इंजेक्शन लगते हैं साथ ही कुत्तों की नसबंदी भी कराई जाती है.
Animal Lover Former Miss Haryana Preeti Dubey:घायल कुत्ते ने बदली दी जिंदगी की राह, मिस हरियाणा रहने के बाद बनी एनीमल लवर, कर रही हैं पशुओं की सेवा - dog friendship
Animal Lover Former Miss Haryana Preeti Dubey फरीदाबाद की प्रीति दुबे की जिंदगी की कहानी कुछ अलग है.ग्लेमर वर्ल्ड का हिस्सा रहने के बाद भी वे बिलकुल अलग राह पर चल पड़ी हैं. उनकी जिंदगी एक घायल कुत्ते ने बदल दी.घायल कुत्ते का इलाज करवाते समय सेवा का भाव जागा.अब एक एनजीओ बनाकर अपने मिशन को आगे बढ़ा रही हैं.वे घायल कुत्तों और गायों का इलाज करवाती है. उनको सहारा देती हैं.प्रीति जैसे लोगों को देखकर ही कई उदाहरण बनते हैं. लोग ऐसे संबंधों को बहुते अच्छे से डॉग लवर कोट्स के जरिए परिभाषित करते हैं. dog lover quotes, dog friendship
Published : Sep 20, 2023, 4:25 PM IST
|Updated : Sep 20, 2023, 5:28 PM IST
गायों की भी कर रहीं देखभाल:प्रीति ने गायों के लिए गौशाला भी बनाई है. इनकी देखभाल के लिए डॉक्टर्स भी सहयोग करते हैं. सड़कों पर घायल होने वाली गायों को भी इनके यहां लाया जाता है. प्रीति बताती हैं कि फंडिंग की दिक्कत भी कई बार आती है लेकिन भगवान मदद करता है. अळग-अलग माध्यम से मदद पहुंच जाती है.गौशाला में करीब 50 गाय हैं. प्रीति कहती हैं,' गायों को हम लोग हरा चारा खिलाते हैं. इनके लिए गर्मी में कूलर की भी व्यवस्था की जाती है.' हालांकि प्रीति की कुछ नाराजगी प्रशासन से है, पर उनका मानना है कि समय के साथ रूकावटें हट जाती है. सब ठीक हो जाता है.