फरीदाबाद: जिले में संभावित कोरोना के तीसरी लहर को देखते हुए अस्थायी तौर पर बनाया गया 102 बेड का अस्पताल पूरी तरह से तैयार हो चुका है. हालांकि अब इस नए अस्पताल को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. इस अस्पताल को चलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त स्टाफ (Staff Shortage In faridabad covid hospital) नहीं है. बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सिविल अस्पताल में स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए अटल बिहारी वाजपेई कॉलेज से स्टाफ को मंगाया गया था. इस बार अस्थाई तौर पर बनाए गए अस्पताल के लिए फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य मंत्रालय हरियाणा सरकार से 219 स्वास्थ्य कर्मियों की मांग की है.
इसमें 20 विशेषज्ञ डॉक्टरों की मांग की गई है और 20 एमबीबीएस डॉक्टर, 40 नर्सिंग स्टाफ व 16 तकनीकी अधिकारी मांगे गए हैं. इसके अलावा फार्मेसी अधिकारी रेडियोग्राफर, ईसीजी करने वाले, ईमटी, फिजियोथैरेपिस्ट, आहार व मनोरोग विशेषज्ञ, ऑक्सीजन प्लांट ऑपरेटर मांगे गए हैं. प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, जीडीए ,हाउसकीपिंग स्टाफ सुरक्षाकर्मी व साइट सुपरवाइजर की भी डिमांड भेजी गई है.
डिमांड अस्थाई तौर से बनाए गए अस्पताल के लिए की गई है. क्योंकि सिविल अस्पताल में 106 स्टाफ कर्मी मौजूद है जो अटल बिहारी वाजपेई कॉलेज से मंगा लिए गए थे. अब अस्थाई तौर पर बनाए गए नए अस्पताल के लिए अभी स्वास्थ्य विभाग के पास कोई नया स्टाफ नहीं है. अगर जल्द ही स्टाफ नहीं आया तो आगे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.