फरीदाबाद: दिल्ली से सटे फरीदाबाद में अवैध क्लिनिक (Illegal Clinic in Faridabad) चला रहे एक झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्त में लिया गया है. गुप्ता क्लिनिक के नाम से चला रहे डॉक्टर प्रमोद गुप्ता को सीएम विंडो पर मिली शिकायत के बाद सिविल सर्जन के द्वारा गठित टीम के द्वारा पकड़ा गया है. सबसे बड़ी बात की इस डॉक्टर के पास से फर्जी डिग्री भी मिली हैं. इस टीम की अगुआई डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर मान सिंह कर रहे थे. फिलहाल छापेमारी की टीम ने आरोपी फर्जी डॉक्टर को उसके क्लिनिक पर मिली दवाइयों के साथ सेक्टर 15-ए की पुलिस चौकी के हवाले कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
छापेमारी के दौरान डॉक्टर के पास से भारी मात्रा में दवाइयों का जखीरा भी बरामद हुआ है. बरामद दवाइयां ज्यादातर एक्सपायरी डेट की हैं. जब फर्जी डॉक्टर प्रमोद गुप्ता से उसके क्लिनिक चलाने से सम्बंधित दस्तावेज मांगे गए तो वो कुछ भी कागजात पेश नहीं कर पाया. इसके बाद टीम ने जब फर्जी डॉक्टर से अपनी डिग्री दिखाने की बाबत बात की तो उसने अपनी डिग्री छापेमारी टीम के सामने पेश (Fake Doctor Arrested In Faridabad ) की. इसे दिखाने के बाद वो कोई भी वैध प्रमाण नहीं दिखा सका.
फरीदाबाद में झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार, 15 सालों से चला रहा था अवैध क्लिनिक
Faridabad Crime news: दिल्ली से सटे फरीदाबाद में झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार किया गया (Fake Doctor Arrested In Faridabad) है. आरोपी पिछले कई सालों अजरौंदा गांव में गुप्ता क्लिनिक चला रहा था. आरोपी जिस कमरे में क्लिनिक चला रहा था वह उसने किराए पर लिया हुआ था.
जब मीडिया की टीम ने फर्जी डॉक्टर से बात कर उसकी सच्चाई जाननी चाही तो उसने कमरे पर अपने गुनाह को कबूल किया. उसने कहा कि वो केवल सर्दी जुखाम की दवाइयां देता है. मीडिया से बातचीत के दौरान आरोपी डॉक्टर ने कहा कि वह अजरौंदा गांव में अपनी क्लिनिक चलाता है. जब उससे पूछा गया कि आरएमपी को क्लीनिक चलाने की कोई परमिशन नहीं है तो वह कोई जवाब नहीं दे सका. वहीं इस मौके पर छापेमारी की टीम का नेतृतव कर रहे डॉक्टर मान सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया की सीएम विंडो पर मिली शिकायत पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. नियम अनुसार कार्रवाई अमल मे लाई जा रही है.