चरखी दादरीः गांव हंसावास कलां के राजकीय माध्यमिक स्कूल में सभी 6 अध्यापकों का ट्रांसफर पॉलिसी के दौरान पद खत्म करने के विरोध में ग्रामीणों ने विरोध (Protest against transfer in Charkhi Dadri) प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने स्कूल गेट पर चल रहे धरने पर लोगों को समझाने पहुंचे बाढड़ा के खंड शिक्षा अधिकारी को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर धरने पर ही बैठा लिया.
घटना की सूचना मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी (District Education Officer Charkhi Dadri) मौके पर पहुंची और उच्चाधिकारियों द्वारा तुरंत कार्रवाई करवाने का आश्वासन देकर बीईओ को मुक्त करवाया. वहीं ग्रामीणों ने अल्टीमेटम दिया कि रविवार तक समाधान नहीं हुआ तो सोमवार को वे बाढड़ा-सतनाली रोड जाम लगा कर आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे.
टीचर तबादले का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बीईओ को बनाया बंधक, डीईओ के आश्वासन पर छोड़ा
बता दें कि ट्रांसफर पॉलिसी के दौरान गांव हंसावास के राजकीय मिडिल स्कूल के सभी अध्यापकों के पदों को खत्म कर दिया गया है. केवल एक मुख्याध्यापक का ही पद स्कूल में बचा है. जिसके विरोध में एक दिन पहले ही सरपंच दिनेश श्योराण की अगुवाई में बच्चों के साथ मिलकर स्कूल गेट बंद कर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया था.
शुक्रवार को भी ग्रामीण स्कूल को बंद कर धरने पर बैठे और रोष प्रदर्शन किया. बाढड़ा के खंड शिक्षा अधिकारी रामचंद्र इंदोरा समझाने पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनको बंधक बना कर रोष जताया. ग्रामीणों ने कहा कि विधायक नैना चौटाला को भी मामले से अवगत करवा दिया गया है लेकिन समाधान नहीं हुआ है. खंड शिक्षा अधिकारी के बंधक बनाने की खबर मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंची.
डीईओ कृष्णा फोगाट ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया की वो उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर जल्द उनकी समस्या का समाधान करवायेंगी. इस आश्वासन पर ही ग्रामीणों ने बीईओ को जाने दिया. सरपंच दिनेश श्योराण ने कहा कि विधायक व शिक्षा अधिकारियों से मिलकर समाधान की मांग कर चुके हैं. बावजूद इसके स्कूल में अध्यापकों की नियुक्ति नही हुई है.