चरखी दादरी: जमीन अधिग्रहण मुआवजा राशि में वृद्धि की मांग को लेकर धरना दे रहे किसानों की तबीयत बिगड़ रही है. पिछले चार दिनों में करीब 10 लोगों की हालत बिगड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है. रविवार को भी धरने पर बैठे तीन किसानों की हालत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग को लेकर कर रहे धरना प्रदर्शन
नारनौल से गंगेहड़ी तक जाने वाली नेशनल हाईवे ग्रीन कारिडोर 152 डी के लिए दादरी जिला के 17 गांवों के किसानों की करीब 760 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होनी है. इन गांवों के सैकड़ों किसान 26 फरवरी से लगातार गांव रामनगर में धरनारत हैं. किसानों की मांग है कि उनकी जमीन का मुआवजा राशी बढ़ाया जाए. किसानों ने सरकार पर अन्याय करने का आरोप लगाया है.
मुआवजा राशि में वृद्धि की मांगो को लेकर किसानों का धरना इसे भी पढ़ें: हिसार: माइनर विस्तार को लेकर किसानों का धरना सातवें दिन भी रहा जारी
विधानसभा चुनाव में करेंगे भाजपा का विरोध
धरना कमेटी प्रधान अनूप खातीवास और संयोजक विनोद मोड़ी ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने बताया कि पिछले 6 माह से वो लगातार धरना दे रहे हैं. इस अवधि के दौरान जिले के 5 किसानों की मौत हो चुकी है. धरने में शामिल होने वाले किसानों की हालत लगातार बिगड़ने की सिलसिला जारी है.
उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता लागू होने से पूर्व किसानों की मुआवजा राशी बढ़ने की आस थी. लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं होने पर आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का विरोध करेंगे और भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही रणनीति तैयार की जाएगी.