चरखी दादरी: इंसान में अगर जज्बा और हौसला बुलंद हो तो वह कुछ भी हासिल कर सकता है. चाहे वो उम्र के किसी भी पड़ाव पर क्यों न हो. इस बात को साबित किया है गांव कमोद के 70 साल के बुजुर्ग रामफल ने. पिछले दिनों पंजाब के भटिंडा व मोहाली में हुई मैराथन दौड़ में रामफल ने रिकार्ड बनाकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया है. जिसके बाद से गांव में खुशी का माहौल है. लोग नाच-गाकर जश्न मना रहे हैं.
बुजुर्ग की फिटनेस देख युवाओं के छूटे पसीने, मैराथन में जीता गोल्ड - चरखी दादरी
जिले में 70 साल के बुजुर्ग का जोश देख लोग हैरान है. रामफल ने मैराथन में गोल्ड जीतकर वो कर दिखाया जिसके बारे में इस उम्र के लोग सोच भी नहीं सकते.
बुजुर्ग का सम्मान करते गांव वाले
लोगों के लिए प्रेरणा बने रामफल
रिटायर होने के बाद रामफल ने 65 साल की उम्र में एथलीट बनने की तैयारी शुरू की. रामफल की ये उपलब्धि बुजुर्गों के लिए किसी ख्वाब से कम नहीं है. जिस उम्र में लोगों के पैरों में इतनी दिक्कतें आ जाती हैं. उस उम्र में रामफल ने दौड़ में गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है.