चरखी दादरी: देश और प्रदेश में कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, सफाई विभाग के कर्मचारी अपनी जान पर खेलकर लोगों की सेवा करने में लगे हुए हैं. ताकि मिलकर कोरोना को हराया जा सके. वहीं देश और प्रदेश से कुछ हैरान कर देने वाली तस्वीरें सामने आई है.
चरखी दादरी में लॉकडाउन के दौरान पुलिस कर्मचारियों द्वारा सफाई कर्मचारियों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. जिसके बाद सफाई कर्मचारी एकजुट होकर हड़ताल पर चले गए हैं. बताया जा रहा है कि सफाई कर्मचारियों ने नगर परिषद कार्यालय में अपनी ड्रेस और आईकार्ड वापस कर दिए हैं. और समाधान होने तक हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है.
चरखी दादरी में हड़ताल पर गए सफाई कर्मचारी वहीं सफाई कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ती दिखाई दी. विरोध प्रदर्शन के दौरान सामाजिक दूरी का पालन नही किया गया. बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारियों द्वारा सफाई कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया गया.लेकिन सफाई कर्मचारी नहीं माने.
बताया जा रहा है कि दो दिन पहले पूर्व नगर परिषद के सफाई कर्मचारी झुग्गियों में राशन बांटने के लिए गए थे. इस दौरान पुलिस द्वारा सफाई कर्मचारियों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया था. जिसमें पुलिस द्वारा एक साफाई कर्मचारी का मोबाइल तोड़ने और आईकार्ड फाड़ने की बात सामने आई है.
वहीं घायल सफाईकर्मी को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया. इस मामले को लेकर सोमवार को सफाई कर्मियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया. सफाई कर्मचारियों की मांग है कि आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
सफाई कर्मचारियों ने नगर परिषद कार्यालय में यूनियन प्रधान सुनीता देवी की अगुवाई में एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया. सुनीता ने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
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नगर परिषद के चेयरमैन संजय छपारिया ने बताया कि सफाई कर्मचारी और पुलिस के बीच एक मतभेद हो गया था. जिसके बाद से सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं. फिलहाल दोनों पक्षों के बीच मामला सुलझाने की कोशिश की जा रही है.