चरखी दादरीःहरियाणा के चरखी दादरी में पिछले दो दिन से हो रही (Rain in Charkhi Dadri) लगातार बारिश ने फिर से प्रशासन के पानी निकासी के दावों की पोल खोल दी है. बरसात के कारण शहर में जलभराव (waterlogging in Charkhi dadri) होने से लोग परेशान हैं. बारिश के चलते प्रशासनिक कार्यालय में भी पानी भर गया है. पूरे शहर में जलभराव से हालात बदतर बन गए हैं. गलियों में जमा पानी के बीच से ही अभिभावकों ने अपने बच्चों को गोद में लेकर स्कूल पहुंचाया. बारिश के चलते लोगों को गर्मी से राहत तो जरूर मिली लेकिन ये बारिश उनके लिए मुसीबत भी लेकर आई है.
सरकारी कार्यलयों में भरा पानी- भारी बारिश के बाद गली, चौक चौराहे ही नहीं सरकारी दफ्तर भी मानो तालाब में तब्दील हो गए हैं. नगर परिषद कॉम्प्लेक्स से लेकर लघु सचिवालय और रोडवेज वर्कशॉप में बरसात के कारण जलभराव हो गया है. शहर की गलियों में भी सीवरेज की समस्या होने से पानी जमा हो गया, जिसके कारण लोग परेशान रहे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि सरकार ने दादरी को जिला जरूर बना दिया लेकिन विकास के लिये बजट नहीं दिया है. जिसके कारण शहर में पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है. थोड़ी सी बरसात में शहर तालाब बन जाता है.
बरसात ने खोली प्रशासन के दावों की पोल- बरसात से पहले प्रशासन ने जलभराव से निपटने के लिए बड़े दावे किए थे. लेकिन बारिश ने प्रशासन के दावों की पोल खोल दी और सरकारी प्रबंधों पर पानी फेर दिया है. शहर की निचली कॉलोनियों, बाजारों से लेकर गलियों में पानी जमा हो गया है. शहर में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को आने-जाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारियों ने जल्द जल निकासी की बात तो कही है, लेकिन प्रशासन के सभी दावे पानी-पानी साबित हो रहे हैं.
जल निकासी के लिये लाई गई नई मोटरें- जरभराव से सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को होती है. लोगों का कहना है कि जलभराव की समस्या का बार-बार प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाने के बाद भी कोई समाधान नहीं है. स्कूलों में पानी भरने से विद्यार्थियों को परेशानी हो रही हैं. जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता रमेशचंद गौड ने बताया कि पानी निकासी के लिए लगी मोटरों की क्षमता कम है. बड़ी मोटरें लाई गई हैं लेकिन गोताखोर व कर्मचारी न होने के कारण मोटरें नहीं लगी हैं. जल्द ही मोटरें लगा कर पानी की निकासी करवाने का उन्होंने आश्वासन दिया.
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