चरखी दादरी: फार्मासिस्ट अपनी मांगों पर अड़े हैं. जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक फार्मासिस्ट हड़ताल जारी रखने की बात कह रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ फार्मासिस्ट की हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. मरीजों को दवाईयां तक नहीं मिल रही हैं.
चरखी दादरी: हड़ताली फार्मासिस्टों पर उतरा मरीजों का गुस्सा, बोले-नहीं देनी दवाई तो बंद कर दो अस्पताल
दवाइयां नहीं मिलने से खफा मरीजों ने अपना गुस्सा हड़ताली कर्मियों पर उतारा. इस दौरान मरीजों ने कर्मचारियों को खरी-खोटी भी सुनाई.
चरखी दादरी में दिखा हड़ताल का असर
चरखी दादरी में भी फार्मासिस्टों की हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है. कर्मचारी सरकारी अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ मरीज अस्पताल के अंदर दवाईयां नहीं मिलने की वजह से परेशान हो रहे हैं. दवाइयां नहीं मिलने से खफा मरीजों ने अपना गुस्सा हड़ताली कर्मचारियों पर उतारा. मरीजों ने हड़ताली कर्मचारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई.
मरीजों ने हड़ताली कर्मचारियों को सुनाई खरीखोटी
मरीजों ने कहा कि जब दवाई देनी नहीं है तो क्यों पर्ची काटी जा रही है ? क्यों दवाई नहीं देने पर भी डॉक्टर दवाई लिख रहे हैं ? इससे अच्छा तो ये है कि अस्पताल को ही बंद कर देना चाहिए. उधर फार्मासिस्टों का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वो 1 सितंबर को रोहतक में वित्त मंत्री के निवास का घेराव करेंगे.