चरखी दादरी: कृषि अध्यादेश के विरोध में किसान, आढ़ती व मजदूर संगठन सभी एकजुट हो गए हैं. शनिवार को चरखी दादरी में किसानों के धरना स्थल पर आढ़तियों व मजदूरों ने मिलकर अध्यादेशों के विरोध में रोष प्रदर्शन किया और 20 सितंबर को चक्का जाम करने का निर्णय लिया. साथ ही कृषि अध्यादेशों के विरोध करने संबंधी अन्य रणनीतियों पर चर्चा की.
दरअसल चरखी दादरी में किसान नेता कमल सिंह मांढी की अगुवाई में किसानों द्वारा लघु सचिवालय के सामने धरना दिया जा रहा है. किसानों के इस धरने का आढ़तियों, मजदूरों, जाट आरक्षण संघर्ष समिति सहित कई सामाजिक संगठनों ने समर्थन किया.
आढ़ती व किसान संगठन मिलकर सरकार के खिलाफ लड़ेंगे आर-पार की लड़ाई: भाकियू इस दौरान किसानों और आढ़तियों ने तीन अध्यादेशों का विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की. धरना स्थल पर पहुंचे आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने कहा कि उनका विरोध लगातार जारी रहेगा. उनके साथ अब किसान, मजदूर व सामाजिक संगठन भी आ गए हैं. अगर अध्यादेशों में संसोधन नहीं किया गया. तो वे एकजुट होकर बड़ा आंदोलन करेंगे.
वहीं भाकियू नेता राजकुमार हड़ोदी ने कहा कि तीन अध्यादेशों की लड़ाई के लिए तत्पर हैं और आढ़तियों के साथ मिलकर चक्का जाम करेंगे. सरकार ने किसान, आढ़ति सहित सभी वर्गों के साथ धोखा किया है. अगर अध्यादेश वापस नहीं लिए गए. तो किसान, आढ़ती और सामाजिक संगठन सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे.
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